कांग्रेस का नया डिजिटल अभियान
कांग्रेस ने 10 अगस्त को ‘वोट चोरी’ पोर्टल लॉन्च किया है, जिसका मकसद डिजिटल वोटर लिस्ट के लिए समर्थन जुटाना, कथित वोट चोरी के सबूत साझा करना और चुनाव आयोग से जवाबदेही की मांग करना है। इस अभियान के लिए जारी मिस्ड कॉल नंबर 9650003420 ने खासा ध्यान खींचा है — और इसकी वजह है नंबर के आखिर में मौजूद “420”।
420 का छुपा राजनीतिक संदेश
भारत में “420” शब्द धोखेबाज या फ्रॉड के लिए इस्तेमाल होता है, जो IPC धारा 420 से जुड़ा है। यह धारा धोखाधड़ी के मामलों में लागू होती थी और आज भी फिल्मों, मीडिया और आम बोलचाल में मशहूर है। राजनीतिक संदर्भ में इसका इस्तेमाल एक तेज-तर्रार तंज माना जा रहा है।
ब्रांडिंग और याद रखने की रणनीति
डिजिटल राइट्स एक्टिविस्ट अनीवर अरविंद के मुताबिक, “420” न केवल इस कैंपेन को एक अलग पहचान देता है, बल्कि इसे “इंटरवेंशन ब्रांडिंग” भी बनाता है। जब लोग यह नंबर साझा करेंगे, तो “420” बोलना अपने आप ही धोखाधड़ी के संदेश को दोहराएगा। इससे न केवल जनता के बीच चर्चा बढ़ेगी, बल्कि अभियान का सियासी असर भी गहरा हो सकता है।
चुनावी विमर्श में नया मोड़
कांग्रेस का यह कदम चुनावी माहौल में एक प्रतीकात्मक वार के तौर पर देखा जा रहा है। 420 नंबर के जरिए पार्टी ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए वोट चोरी के आरोपों को यादगार अंदाज में पेश किया है।
