
चार्ली किर्क की हत्या ने अमेरिका ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। 31 वर्षीय कट्टरपंथी कार्यकर्ता और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी किर्क को यूटा वैली यूनिवर्सिटी में भाषण के दौरान गोली मार दी गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही गोली चली, वहां अफरा-तफरी मच गई। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई। यूनिवर्सिटी के अनुसार, हमलावर ने लगभग 180 मीटर दूर स्थित एक इमारत से गोली चलाई। फिलहाल हमलावर की तलाश जारी है।
तो आखिर कौन थे चार्ली किर्क? शिकागो के पास जन्मे किर्क ने सिर्फ 18 साल की उम्र में 2012 में टर्निंग प्वाइंट यूएसए (TPUSA) की स्थापना की थी। आज यह संगठन अमेरिका का सबसे बड़ा कंजर्वेटिव स्टूडेंट नेटवर्क है, जिसकी 800 से अधिक कॉलेजों में शाखाएँ हैं। किर्क ने खासतौर पर चुनावों के समय युवा कंजर्वेटिव वोटर्स को डोनाल्ड ट्रंप के पक्ष में लामबंद करने में बड़ी भूमिका निभाई।
किर्क अपने तीखे दक्षिणपंथी विचारों के लिए जाने जाते थे। वे अक्सर प्रवासियों और ट्रांसजेंडर अधिकारों के खिलाफ खुलकर बोलते थे। उनका लोकप्रिय पॉडकास्ट द चार्ली किर्क शो युवाओं में बेहद पसंद किया जाता था, हालांकि आलोचक उन्हें गलत जानकारी फैलाने और 6 जनवरी के कैपिटल दंगे से जोड़ते रहे।
डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें ऐसा शख्स बताया था जो अमेरिकी युवाओं के दिल की धड़कन को समझता था। वहीं, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें “इजरायल का शेरदिल दोस्त” कहा था।