बिहार चुनाव के नतीजों के तुरंत बाद भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा एक्शन लिया है। बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया है। पार्टी ने आधिकारिक पत्र जारी कर स्पष्ट किया था, कि आरके सिंह की लगातार विवादित और पार्टी-लाइन से परे की गई बयानबाजी के कारण उन पर यह कार्रवाई की गई है। आरके सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज मुझे प्रदेश मुख्यालय भाजपा बिहार से एक पत्र प्राप्त हुआ है जिसके द्वारा मुझे पार्टी से निलंबित करते हुए कारण पूछा गया है, कि मुझे पार्टी से क्यों नहीं निष्काषित किया जाये।

अब आरके सिंह ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ इतना कहा था, कि जिन लोगों का आपराधिक बैकग्राउंड हो या जो भ्रष्ट हों, उन्हें टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। क्या यह पार्टी विरोधी गतिविधि है? ऐसे लोगों को टिकट देने से पार्टी की छवि खराब होती है, यह न तो पार्टी के हित में है, न देश के और न ही जनता के। उन्होंने कहा कि उनका बयान पूरी तरह पार्टी हित में था। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जहाँ आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों पर सवाल उठाने से लोगों को परेशानी हो, वहां रहने का कोई लाभ नहीं है।
