रायपुर : छत्तीसगढ़ में आजाद जनता पार्टी ने सूबे के मुखिया विष्णुदेव साय और गृहमंत्री विजय शर्मा को शिकायती पत्र भेज कर दागी आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल वैधानिक कार्रवाही की मांग की है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक उज्वल दीवान ने कहा है कि राज्य में दागी आईपीएस अधिकारीयों की कार्यप्रणाली की वजह से पुलिसिंग लगभग समाप्त हो चुकी है। पुलिस और अपराधियों का नया गढजोड़ जनता के शोषण में जुटा है। पुलिस तंत्र में कानून का राज ख़त्म होने से कई बेगुनाहों को फर्जी प्रकरणों में उलझाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महादेव एप सट्टा कारोबार से छत्तीसगढ़ पुलिस की छवि बुरी तरह से धूमिल हुई है। अतः राज्य सरकार को तत्काल सीबीआई जाँच के निर्देश देने चाहिए।
मुख्यमंत्री निवास में ज्ञापन सौपने पहुंचे उज्वल दीवान ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए दागी आईपीएस अफसरों पर कई गंभीर आरोप लगाए। आजाद जनता पार्टी ने ऐलान किया कि अखिल भारतीय सेवाओं के भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ वैद्यानिक कार्यवाही की मांग को लेकर जल्द ही वो सड़कों पर उतरेगी। छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा से कई पुलिस अधिकारी सुनियोजित रूप से जुड़े हुए है.
लेकिन छोटे स्तर के पुलिस कर्मचारियों पर ED, ACB, EOW और आईटी जैसी संस्थाएं कार्यवाही कर चुनिंदा आरोपियों को जेल भेज रही है। ये मानना है आजाद जनता पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष उज्वल दीवान का, उनके मुताबिक संगठित अपराधिक पंडयंत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग और संरक्षण देने वाले बड़े अधिकारियों और नेताओं पर आज तक किसी भी एजेंसी ने कोई भी कार्यवाही नहीं की है। जबकि दस्तावेजी सबूतों की झड़ी लगी हुई है।
उन्होंने कहा कि, आप सभी को पता है कि सट्टोरियों का इतना बड़ा आपराधिक जाल बिछा है कि पुलिस के निचले स्तर से लेकर बड़े अधिकारी व नेता महादेव एप के संरक्षण में शामिल थे। इनकी सहमति के बिना सट्टे का कारोबार प्रदेश में नहीं चलाया जा सकता था, बावजूद इसके केंद्र और राज्य की जाँच एजंसिया आईपीएस अधिकारीयों को बचाने में जुटी है। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के पहले 2023 विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के द्वारा महादेव बेटिंग एप के मुद्दे को बहुत जोर- शोर से उठाया गया था।
कई अफसरों और नेताओं पर उंगलियां भी उठाई गई थी। लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बने 4 माह से अधिक समय हो गया है, आज तक महादेव सट्टा बेटिंग एप को संरक्षण देने वाले किसी भी पुलिस अधिकारियों व नेताओं पर कार्यवाही नहीं हुई है। दीवान के मुताबिक बड़े अधिकारियों व नेताओं से जनता और नौकरशाही प्रेरणा लेती है उनका अनुशरण भी करती है। ऐसे में कार्यवाही में हीला हवाली कई संदेह पैदा कर रहा है। आखिर क्यो ऐसे आईपीएस अधिकारीयों को बचाया जा रहा है, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का पट्टा अपने गले में डाल लिया था।
उज्जवल दीवान ने कहा कि प्रदेश में खाकी वर्दी में कई अफसर रक्षक नहीं बल्कि भक्षक की भूमिका में नजर आ रहे हैं, इन्हे जनता की जान माल बचाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि यही अफसर जनता को सट्टे जैसे बर्बादी के खेल में ढकेल रहे हैं। उनके द्वारा अपराधियों को संरक्षण देने की वजह से कई गरीब लोगों का घर परिवार उजड़ गया है, ऐसे परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। सरकार को शिकायती पत्र सौंपने के बाद दीवान ने उम्मीद जाहिर की कि विष्णुदेव साय सरकार अब भ्रष्टाचार के खिलाफ गंभीर रुख अपनाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि बड़े सट्टोरिये और आरोपी आज भी आराम से बाहर घूम रहे हैं, जबकि कुछ चुनिंदा आरोपियों को ही जेल भेजा गया है।