दिल्ली वेब डेस्क / कोई सोच सकता है कि 16 साल की लड़की के दिमाग में पढाई लिखाई नहीं बल्कि इंतकाम की आग सुलग रही थी | उसे हर वक़्त उन तीन आतंकियों के चेहरे दिखाई देते थे, जिन्होंने उसके माँ बाप को उसकी आँखों के सामने मौत की नींद सुला दिया था | इस लड़की ने क़त्ल का बदला कातिलों का क़त्ल कर लिया | दुनिया भर में मलाला यूसुफजई को आतंकियों के खिलाफ उनकी बाहदुरी के लिए याद किया जाता है |
लेकिन अफगानिस्तान की एक 16 साल की लड़की का इंतकाम इन दिनों दुनिया भर में चर्चा का विषय बना हुआ है | इस लड़की ने तालिबानी आतंकियों को सबक सिखाने के लिए खुद बंदूक उठाना मुनासिब समझा था | आतंक के खिलाफ उसने जो लड़ाई लड़ी वह एक मिसाल के रूप में देखी जा रही है | उसके इंतकाम से तालिबान आतंकियों की सिट्टी पिट्टी गुम है | इस लड़की का नाम कमर गुल है | उसने अपने मां-बाप की हत्या का बदला लेकर आतंकियों को ठिकाने लगा दिया |
जानकारी के मुताबिक, तालिबानी आतंकियों ने कमर गुल के माता-पिता को घर से बाहर निकालकर उनकी बेदर्दी से हत्या कर दी थी | इस घटना को कमल गुल कभी नहीं भूल पाई | उसने AK-47 समेत कई हथियार चलाना सीखा | फिर आतंकवादियों के ठिकानों की खोजबीन की | फिर एक दिन उसने वहाँ हमला बोल दिया | AK -47 से उसने तीन आतंकियों को भून डाला |
हमले में कई आंतकी को बुरी तरह घायल हो गए | अपना इंतकाम लेकर कमर गुल ने लोगों को बताया कि उसकी माँ -बाप के हत्यारे मारे गए | कमर गुल के साथ उनका भाई भी मौके पर मौजूद था | यह गोलीबारी का सिलसिला लगभग 1 घंटे जारी रहा |
बताया जा रहा है कि घटना के वक्त 40 से अधिक आंतकवादियों पर कमर गुल ने हमला किया था | फिलहाल, अफगान के सुरक्षाबल कमर गुल और उसके भाई को किसी सुरक्षित स्थान पर ले गए हैं | कमर गुल के हाथों में AK-47 की तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है |