रायपुर: छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में आज (गुरुवार) और कल (शुक्रवार) को दीपावली खुशियों से मनाई जा रही है। हर ओर आतिशबाजी का शोर 2 दिन पहले से ही गूंजने लगा है। जमकर पटाखे फोड़े जा रहे हैं। कई बार इसके चलते हादसे भी होते हैं।
पटाखों से चोट लग जाती है या झुलस जाते हैं। हालांकि कई लोग झुलस जाने या जल जाने पर प्राथमिक उपचार के तौर पर टूथपेस्ट या बर्फ या ठंडे पानी का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में ये जानना इनमें से क्या सही और क्या गलत है। डॉ. बताते हैं कि आग से जली हुई चोटों का प्राथमिक उपचार तुरंत किया जाना जरूरी है। त्योहारों पर कभी-कभी डॉक्टरों का मिलना मुश्किल होता है। ऐसे में कुछ तैयारियां पहले से हमें करनी चाहिए।
जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने की व्यवस्थाएं
दीपावली में आग से जलने और चोट लगने की आशंकाओं को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में अस्पतालों में व्यवस्थाएं की हैं। रायपुर CMHO मिथिलेश चौधरी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में ओपीडी दो दिन बंद रहेगी। हालांकि दिवाली त्योहार को देखते हुए अस्पतालों में अतिरिक्त स्टाफ की ड्यूटी भी लगाई गई है। मेकाहारा में 3 शिफ्ट में डॉक्टर उपलब्ध रहेंगे। करीब 20 की संख्या में 108 एम्बुलेंस जिले में सक्रिय रहेगी।
शहर के अस्पतालों में बेड की उपलब्धता
- मेकाहारा के इमरजेंसी में-20 बिस्तर
- जिला अस्पताल पंडरी-10 बिस्तर
- सिविल अस्पताल राखी-5 बिस्तर
- सिविल अस्पताल माना-5 बिस्तर
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्राथमिक उपचार की सुविधा