नागपुर / कई बार प्यार झुकता नहीं , बल्कि अग्नि परीक्षा के लिए तैयार हो जाता है | भले ही परीक्षा में असलियत क्यों न सामने आ जाए | ऐसा ही हुआ एक प्रेमी के साथ | दरअसल पुलिस में तैनात उसकी प्रेमिका को क्वारंटाइन होना पड़ा | क्योंकि उसके थाने में कोई सहकर्मी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था | लेकिन क्वारंटाइन की अवधि प्रेमिका को इतनी भारी लगी कि मत पूछो | उसने वक्त साथ गुजारने के लिए अपने प्रेमी को भी क्वारंटाइन सेंटर बुला लिया | उधर प्रेमी इस कठिन घड़ी में इंकार भी नहीं कर सकता था | इस धर्म संकट के चलते उसने हामी भर दी | उधर प्रेमिका ने स्वांग रचकर क्वारंटाइन सेंटर में अपने प्रेमी को पति बताकर एंट्री ली | उधर तीन दिन तक जब प्रेमी घर नहीं लौटा तो उसकी पत्नी ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराने की पहल की | इस बीच वो खुद भी अपने पति की खोजबीन में निकल पड़ी | उधर पत्नी के घर से बाहर आते ही पति का बुरा वक्त शुरू हो गया | घंटे दो घंटे की खोजबीन के बाद पत्नी अपने पति के ठिकाने पर पहुंच गई | फिर क्या था , क्वॉन्टाइन सेंटर में कोरोना से ज्यादा पत्नी कोप दोनों पर भारी पड़ा |
महाराष्ट्र के नागपुर से एक दिलचस्प मामला सामने आया है | यहां एक महिला कांस्टेबल ने अपने प्रेमी को पति बता दिया, ताकि वह उसके साथ क्वारनटीन हो सके | इस मामले का खुलासा भी बड़े रोचक तरीके से हुआ | दरअसल, यह मामला बजाज नगर थाने का है | एक महिला कांस्टेबल को उसके स्टॉफ के एक कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव निकलने की वजह से क्वारनटीन सेंटर भेजा गया | इस महिला ने इसकी सूचना अपने प्रेमी को दे दी | पहले से बनाई गई योजना के अनुसार महिला आरक्षक ने क्वारनटीन सेंटर में बताया कि उसका पति पोस्टल विभाग में काम करता है उसे भी क्वारनटीन किया जाना चाहिए |
रिपोर्ट के मुताबिक उसने अपने पति की जगह अपने प्रेमी को अपने साथ क्वारनटीन करवा दिया | लेकिन प्रेमी पहले से शादीशुदा था, जब वह तीन दिन तक घर नहीं पहुंचा तो उसकी पत्नी को इस बारे में पता चला | उसकी पत्नी जब क्वारनटीन सेंटर पहुंची तो उसे अंदर जाने से रोका गया | इस महिला की दलील थी कि अंदर महिला कांस्टेबल की साथ क्वारंटीन हुआ शख्स उसका पति है | लेकिन बावजूद उसे अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली | अंत में वह बजाज नगर थाने पहुंची और पति की शिकायत दर्ज कराई | इसके बाद पुलिस आयुक्त डॉ भूषण कुमार उपाध्याय ने मामले की जांच के आदेश दिए |
मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला कांस्टेबल अविवाहित है और उसके एक सहकर्मी की जांच में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद उसे क्वारनटीन में रखा जाना था, इसी दौरान वह दूसरे व्यक्ति के साथ क्वारनटीन में चली गई | अधिकारी ने कहा कि बाद में पता चला महिला जिस व्यक्ति को अपना पति बता रही थी, वह उसका प्रेमी है, जो डाक विभाग में काम करता है | इसके बाद मामले का खुलासा होने पर दोनों को अलग किया गया | व्यक्ति को दूसरे क्वारनटीन सेंटर में भेजा गया |