एक स्टार होटल के बंद कमरे में ऐसा क्या हुआ ? एक क्रांतिकारी राष्ट्रीय अखबार की होनहार महिला पत्रकार को छोड़नी पड़ी नौकरी,जाना भी पड़ा शहर छोड़कर,चर्चा में षडयंत्र

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रायपुर : एक चर्चित सितारा होटल में आधी रात हंगामे की खबर है। बताते है कि आधी रात इस होटल के एक कमरे में काफी शोर-गुल हुआ था। इस दौरान शोर-गुल के साथ गाली गलौच और चीखने चिल्लाने,एक दूसरे को देख लेने की ऊँची आवाज़ में कुछ व्यक्तियों की धमकिया सुनाई दी।इसी शोर-गुल में किसी महिला की सिसकियाँ,रोते बिलखते भी सुनाई पड़ी। कमरे के करीब ही सामने की ओर रिसेप्शन पर बैठे दो सख्स फ़ौरन उस कमरे की ओर दौड़े।

जब कमरे के दरवाजे को धक्का देकर वे मौके पर दाखिल हुए तो वहां का नजारा देखकर दोनों कर्मियों के होश उड़ गए। तीन-चार व्यक्तियों से घिरी एक महिला बदहवास हालात में नजर आई। वो खुद को संभालने में जुटी थी। उसकी हालत देखकर अंदेशा लगाया जा सकता था कि उसके साथ कोई अनहोनी हुई है। होटल कर्मियों में से एक युवती ने उस पीड़ित महिला का हाथ पकडा। फिर उसे संभालते हुए अपने साथ वाशरूम लेकर गई।

चंद मिनटों  बाद जब उस कमरे के वाशरूम से बाहर लौटी तो नजारा बदला हुआ था। कमरे में अब वीरानी छाई हुई थी। दरअसल, पीड़ित महिला के साथ कमरे में मौजूद वो तीन चार व्यक्ति फ़ौरन नदारत हो गए थे। कमरे में टेबल पर शराब से भरे गिलास और मग में बियर,ऐश ट्रे में अधजली-बुझी सिगरेट नजर आ रही थी। अंदाज़ा लगाया जा सकता था कि कमरे में सजी महफ़िल में कुछ तो ऐसा आपत्तिजनक वाक्या हुआ है,जिसकी तस्दीक मौका ए वारदात में हो रही है। लेकिन पीड़ित महिला घटना को लेकर चुप्पी साधे हुए है।

बताते है कि होटल कर्मियों ने पीड़ित महिला से आप-बीती पूछी ,उसका नाम-पहचान भी जानना चाहा। लेकिन कोई प्रतिउत्तर नहीं मिला। बताते है कि आँखों में डबडबाते आंसुओ को भरकर पीड़ित महिला होटल से बाहर निकली और अपनी गाड़ी से रवाना हो गई।

उधर,घटना के बाद से इस पीड़ित महिला के रायपुर से दूरियां बनाने के साथ-साथ अच्छी खासी नौकरी के छूटे जाने की खबर आ रही है। खबरों के मुताबिक इस महिला ने पत्रकारिता की नौकरी को ही टाटा-बॉय बॉय कर दिया है। अब वो नए जॉब में है,पत्रकारिता से कोसो दूर। होटल कर्मियों के मुताबिक इस घटना के बाद से वो तीन-चार व्यक्ति भी दोबारा होटल में नजर नहीं आए। कर्मियों के मुताबिक अक्सर इस कमरे में महफ़िल सजती थी। यहां इकठ्ठा होने वाले लोगो के खाने-पीने के पुख्ता बंदोबस्त के निर्देश थे।

चूँकि यहां आने जाने वाले लोग सत्ता के बेहद करीबी थे ,इसलिए उनका ख़ासा ध्यान रखा जाता था। कर्मियों के मुताबिक चूँकि उन्हें बगैर किसी पेमेंट के आर्डर सर्व करने के निर्देश थे ,इसलिए पार्टी में मौजूद लोगो से कोई वास्ता नहीं पड़ता था। कमरे से सीधे किचन और बार में आर्डर बुक होता था। कर्मियों ने यह भी बताया कि अक्सर आवाजाहीं के कारण वे इनमे से कुछ चेहरों को पहचानते है,शायद वे दो टीवी पत्रकार और एक न्यूज़ एजेंसी का प्रतिनिधि है,उसकी बातचीत से लगता है कि वो भोपाली है।

जबकि एक अन्य राजनैतिक दल का प्रवक्ता है। उसका नाम अक्सर अखबारों में पढ़ने मिलता है। जबकि एक लग्जरी कार से अक्सर आने-जाने वाले शख्स को पहचानने से इंकार करते हुए कर्मियों ने उसका हुलिया बताया।इन लोगो ने अंदेशा जाहिर किया की पीड़ित महिला भी सम्भवता पत्रकार हो सकती है।  

फिलहाल न्यूज़ टुडे छत्तीसगढ़ ने घटना के बारे में पड़ताल शुरू की है। यह घटना करीब दो-ढाई माह पूर्व की बताई जा रही है।हालाँकि किसी भी पक्षकार ने थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है,ज्यादातर ने उस वीआईपी रोड की ओर देखना ही छोड़ दिया है। बताते है कि इस घटना के बाद से एक संदिग्ध टीवी पत्रकार को उसके संस्थान से रुखसत कर दिया गया है। इस पत्रकार ने अब नए संस्थान में दस्तक दी है।

जबकि दूसरा यहां-वहां चुनाव में पत्रकारिता की आहुतियां डाल रहा है। एक अन्य प्रवक्ता साहब भी चुनाव में व्यस्त बताए जाते है ,जबकि लग्जरी कार वाले कारोबारी पहले की तर्ज पर नेताओ की परिक्रमा में जुटे है।कथित पीड़ित के राज्य से बाहर होने के चलते संपर्क नहीं हो पाया है।

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चर्चा है कि सरकारी सरंक्षण में गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त लोगो को इस कथित महिला पत्रकार से काफी आपत्ति थी। उसकी लेखनी रायपुर से दिल्ली तक सुर्ख़ियों में रहती थी।बताते है कि कुछ चुनिंदा मीडिया कर्मियों को सत्ता की राह में रोड़ा अटकाने वाले पत्रकारों को निबटाने का ठेका प्राप्त है। सरकारी सरंक्षण में उनकी पौ बारह है।

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न्यूज़ टुडे की पड़ताल में कुछ पत्रकारों से चर्चा भी हुई। किसी ने भी नाम जाहिर करने की हामी नहीं भरी। हालाँकि उन्होंने अंदेशा जाहिर किया कि सत्ता विरोधी कुछ खबरों के चलते इस महिला पत्रकार का शिकार किया गया है।