वडोदरा वेब डेस्क / लॉक डाउन में समय गुजारने के लिए पति – पत्नी ने लूडो खेलना शुरू किया | दोनों के बीच दांव पेच भी जोरों पर थे | इस दौरान रोमांचक मुकाबले में पत्नी ने पति को हरा दिया | उधर हार का सामना करने से बौखलाए पति ने अचानक पत्नी पर हमला बोल दिया | उसके साथ जामकर मारपीट की | पत्नी को इतना मारा की उसकी रीढ़ की हड्डी तक टूट गई | दर्द से कराह रही पीड़ित महिला को पड़ोसियों ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है | उधर अस्पताल से घटना की जानकारी लगने के बाद पुलिस ने अपनी जाँच शुरू कर दी है |
कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए देश में लॉक डाउन लागू है। इस दौरान कई परम्पगत लूडो खेलकर भी अपना समय बिता रहे हैं। लेकिन खेल का रोमांच और जीत – हार कुछ लोगों पर भारी पड़ रही है | ताजा घटना गुजरात के वडोदरा में सामने आई है, जहां पर लूडो को लेकर पति और पत्नी के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद पति ने पत्नी की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी।
वडोदरा की रहने वाली 24 वर्षीय महिला ने अपने पति को लूडो में लगातार तीन से चार बार हरा दिया। 181 अभयम हेल्पलाइन के काउंसलर ने बताया कि महिला परिवार चलाने के लिए अपने घर में ट्यूशन पढ़ाती है। उसने पति से लॉक डाउन के दौरान घर में रहने और समय बिताने के लिए ऑनलाइन लूडो खेलने के लिए कहा था। कुछ देर के खेल में ही पति एक के बाद एक दांव हारने लगा | उधर अपनी जीत से पत्नी का उत्साह चरम पर था | इस बीच लूडो में लगातार हारने के बाद पति और पत्नी के बीच झगड़ा होने लगा। इसके बाद पति ने उसकी पिटाई शुरू कर दी।
महिला का पति एक प्राइवेट इलेक्ट्रॉनिक कंपनी में काम करता है। वहीं, पीड़ित महिला ने खुद ब्यूटीशियन का कोर्स किया हुआ है और बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती है। उधर अस्पताल में पीड़ित महिला का इलाज किया जा रहा है | अस्पताल प्रबंधन ने घटना की जानकारी पुलिस को दी | मामले की तफ्तीश में जुटी पुलिस ने पीड़िता के घर और अस्पताल का रुख किया | बताया जा रहा है कि मारपीट की इस घटना के बाद पति ने पत्नी से माफी मांग ली, जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराने से इंकार कर दिया।
दरअसल लॉकडाउन के दौरान देशभर में घरेलू हिंसा के मामले 95 फीसदी तक बढ़ गए हैं। पिछले दिनों राष्ट्रीय महिला आयोग ने देशव्यापी बंद से पहले और बाद के 25 दिनों में विभिन्न शहरों से मिली शिकायतों के आधार पर यह दावा किया था। आयोग की कहा था कि महिलाओं से घरेलू हिंसा के मामले लगभग दोगुने बढ़ गए हैं। आयोग ने इस साल 27 फरवरी से 22 मार्च के बीच और लॉकडाउन के दौरान 23 मार्च से 16 अप्रैल के बीच मिली शिकायतों की तुलना के बाद आंकड़े जारी किए थे । इसमें बताया गया था कि बंद से पहले आयोग को घरेलू हिंसा की 123 शिकायतें मिली थीं जबकि लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन व अन्य माध्यम से घरेलू उत्पीड़न के 239 मामले दर्ज कराए गए थे। जो अब बढ़ कर 308 तक पहुँच गए है |