रायपुर / कोरोना के संक्रमण के चलते रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ते जा रहा है | ऐसे समय एक खबरनवीस ने गैर जिम्मेदारी का परिचय देते हुए यह खबर वायरल कर दी कि कोरोना संक्रमण ने पार्षद मृत्युंजय दुबे की जान ले ली | जब तक इस खबर का खंडन आता , तब तक मामला जंगल में फैली आग की तरह हो चूका था | कई लोग शोक मग्न हो गए | जिन्हे यकीन नहीं हुआ उन्होंने मृत्युंजय दुबे और उनके परिजनों से संपर्क साधा | उन्हें यह जानकर राहत की सांस मिली कि पार्षद मृत्युंजय दुबे पूरी तरह से ठीक और सुरक्षित है | ना तो वे बीमार है और ना ही कोरोना संक्रमित |
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दरअसल पार्षद के करीबी सहयोगी की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी | लेकिन खबरों के जल्द प्रकाशन के भार के चलते खबरनवीस ने बगैर पुष्टि किये दुबे जी को मार डाला | लोकप्रिय पार्षद जी का सिर दर्द तो तब शुरू हुआ जब लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने लगे | इस दौरान उन्हें खुद मोर्चा संभालना पड़ा | बताना पड़ा कि जिंदा हूँ मैं…….. अफवाह ही सही , पार्षद जी की उम्र अब 100 साल की हो गई है | दरअसल कई लोग मानते है कि इस तरह से भ्रम की स्थिति बनने पर व्यक्ति दीर्घायु को प्राप्त करता है | कई लोगों ने तो कहा जो स्वयं मृत्युंजय हो उसे कोरोना कैसे मार सकता है | बहरहाल अपने जिंदा होने का सबूत देने के लिए क्या कहा पार्षद मृत्युंजय दुबे ने –