
नई दिल्ली। देशभर में मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। खासकर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान में स्थिति गंभीर बनी हुई है। लगातार बारिश और भूस्खलन के चलते कई रास्ते बंद हो गए हैं, जबकि कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
उत्तराखंड और हिमाचल में खतरे के बादल
केदारनाथ यात्रा को भूस्खलन के कारण अस्थायी रूप से रोकना पड़ा है। रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड-मुनकटिया मार्ग बंद होने से करीब 2,500 श्रद्धालु फंसे हुए हैं, जिन्हें SDRF और NDRF की टीमें सुरक्षित निकाल रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में अब तक 170 लोगों की मौत हो चुकी है और 289 सड़कों पर आवाजाही ठप है। देहरादून, नैनीताल और पिथौरागढ़ में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मध्यप्रदेश में बाढ़ जैसे हालात
शिवपुरी और गुना में सेना ने 2,900 से अधिक लोगों को बाढ़ से सुरक्षित निकाला है। वहीं भोपाल, रायसेन, विदिशा और सीहोर में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है।
राजस्थान में निरीक्षण और राहत कार्य
जयपुर, अजमेर, बीकानेर और जोधपुर में भारी बारिश की आशंका है। जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जलभराव प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
दिल्ली, यूपी और महाराष्ट्र में भी असर
दिल्ली-एनसीआर में बारिश से गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन यातायात प्रभावित हुआ। मुंबई में भी भारी बारिश दर्ज की गई।
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में वाराणसी, गोरखपुर और देवरिया में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
अगले 72 घंटे सतर्क रहें
जम्मू-कश्मीर के डोडा में अगले 72 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और ट्रैफिक यूनिट की सलाह मानने की अपील की है।