
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी और उमस से बेहाल आम जनजीवन को जल्द ही कुछ राहत मिल सकती है। राज्य में लंबे समय से बारिश नहीं होने से सिर्फ इंसान ही नहीं, बल्कि पशु-पक्षी और पेड़-पौधे भी प्रभावित हो रहे हैं। मवेशी पानी की तलाश में भटक रहे हैं, वहीं बारिश की कमी के कारण सब्जियों के उत्पादन में भी गिरावट देखने को मिल रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दो दिनों में मौसम में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। दक्षिण-पश्चिम मानसून के प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में प्रवेश करने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं। 14 और 15 जून को प्रदेश के कई हिस्सों में तेज गरज-चमक और अंधड़ के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।
11 जून को बिलासपुर में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.3 डिग्री कम रहा। पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान भी बिलासपुर में ही रिकॉर्ड किया गया।
अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित होती है, तो आने वाले दिनों में किसानों, मवेशियों और आम लोगों को गर्मी से राहत मिलने की पूरी उम्मीद है।