छत्तीसगढ़ के इस नेता पर मौसम मेहरबान, अप्रैल फूल दिवस पर मौसम ने भी बदला मिजाज, रायपुर समेत कई जिलों में गर्मी से राहत, बादल, बारिश और अंधड़ के आसार…

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रायपुर: छत्तीसगढ़ में मौसम के मिजाज ने अचानक यू-टर्न ले लिया है। अप्रैल माह का पहला दिन भरी गर्मी के बजाय बादल, बारिश और अंधड़ की भेट चढ़ सकता है। मौसम विभाग की माने तो आज मौसम में अचानक परिवर्तन के आसार है, लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी, कई इलाकों में बारिश और अंधड़ के अलावा आसमान में बादल छाए रहेंगे। अगले 24 घंटे तक मौसम में बदलाव महसूस किया जा सकता है।

चंद घंटों के भीतर जिस तर्ज पर मौसम अपना मिजाज दिखाएगा, ऐसे ही कई रंग 5 साल के भीतर कांग्रेसी नेता भूपे बघेल ने उस वक़्त दिखाए थे जब वे मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज हो गए थे। प्रदेश में आज से शराब के दाम में भी कटौती कर दी गई है। अब एक बड़ी आबादी को सस्ती दरों पर आसानी से शराब मुहैया हो सकेगी। संवेदनशील सरकार ने ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ का नारा बुलंद करते हुए विभिन्न इलाकों में कई नई शराब दुकानों को भी खोल दिया है। प्रदेश की खाली तिजोरी भरने का कार्य इसी बड़ी आबादी के कंधों पर है।

ये आबादी भले ही आयकर के दायरे में नहीं आती। लेकिन सरकार की तिजोरी भरने में इनका योगदान आयकर ग्राहकों से कही ज्यादा आँका जाता है। टैक्स के जानकार तस्दीक करते है कि कई बार भरपेट भोजन के लिए परिवार में लाले क्यों ना पड़े हो ? छत्तीसगढ़ महतारी की ऐसी संताने रोजमर्रा पीने-पिलाने में ही मोटी रकम खर्च कर देती है।

आबकारी राजस्व की प्राप्ति और सरकारी शराब दुकानों में डटी शौंकीनों की भारी भीड़ को देखकर इसका अंदाजा बखूबी लगाया जा सकता है। सूर्य अस्त छत्तीसगढ़ मस्त की कायम हुई नई परंपरा से प्रदेश में नशे का कारोबार भी जोरो पर है। इससे प्रदेश के भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार भी गर्म है।राजनीति के जानकारों की माने तो पहले विधानसभा चुनाव उसके बाद लोकसभा फिर नगरीय निकाय और पंचायतों के चुनाव में मतदाताओं का रुख भी कम चौंकाने वाला नहीं रहा।

प्रदेश के भविष्य को लेकर चिंतित ही नहीं बल्कि जागरूक मतदाताओं ने भी ‘मूर्ख’ बनाने वाले को ‘अप्रैल फूल’ बनाने में कोई कसर बाकि नहीं छोड़ी। 1 अप्रैल का दिन राजनैतिक धरातल में मतदाताओं के गले पड़े अप्रैल फूल की याद को अक्षुण बना रहा है। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री करप्शन बघेल ने जनकल्याण करने का वादा कर कांग्रेस को वोट देने की अपील की थी।

वर्ष 2018 में उसके घोषणा पत्र पर भरोसा कर जनता ने तत्कालीन बीजेपी सरकार की विदाई तय कर दी थी। लेकिन सत्ता हासिल होने के बाद कांग्रेसी नेता राहुल और प्रियंका गांधी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री करप्शन बघेल के काले कारनामों से मुँह फेर लिया था। इस प्रदेश को कांग्रेस का जहाँ एटीएम बना दिया गया, वही तत्कालीन मुख्यमंत्री ने सरकारी तिजोरी पर ही हाथ साफ कर दिया था। कांग्रेस घोषणा पत्र के संकल्प इन वर्षों में फीके पड़ गए, उनका स्थान घोटालों और भ्रष्टाचार ने ले लिया।

नतीजतन, दिन, महीने और साल भूपे गिरोह चांदी काटने में व्यस्त रहा। जबकि मतदाताओं को सिर्फ ‘अप्रैल फूल’ ही हाथ लगा। पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी टोली के लिए आज का दिन गौरव दिवस के रूप में अनुभव किया जाता है। वही मतदाता भी खुद को छाला हुआ महसूस करते है।

लिहाजा ऐसे दिन मौसम में बदलाव ही नहीं बल्कि उसके करवट बदलने की छटा, अप्रैल फूल के रंग को और चटकदार बना रही है। मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में द्रोणिका व ऊपरी हवा से चक्रवात निर्मित हुआ है। इसका असर कई इलाकों में पड़ सकता है, प्रदेश का मौसम फिर बदलने के आसार है।

जानकारी के मुताबिक मंगलवार को प्रदेश के कुछ स्थानों पर अंधड़ के साथ हल्की बारिश हो सकती है। लोगों को भीषण गर्मी व लू से राहत मिलने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के दक्षिण इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है। पिछले हफ्ते बदले हुए मौसम में उत्तर छत्तीसगढ़ व दक्षिण के कुछ स्थान बारिश से तर हो गए थे। कई इलाकों में जमकर ओले भी बरसे थे, लेकिन इस बार ओलावृष्टि के बजाय अंधड़ और बारिश की संभावना जताई जा रही है।

जानकारों के मुताबिक एक सप्ताह में तीसरी बार रायपुर प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया जा रहा है। सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री रहा। यह सामान्य से 2.7 डिग्री ज्यादा रहा। वहीं न्यूनतम तापमान भी 24.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1.2 डिग्री ही ज्यादा आंका गया है। फ़िलहाल, मौसम के करवट बदलने और पूर्ववर्ती भूपे सरकार के रंग बदलने की घटना एक संयोग ही नहीं बल्कि ग्लोबल वार्मिंग के कुप्रभव से जोड़ कर देखी जा रही है।