रिपोर्टर – मनोज सागर
भोपाल / मध्यप्रदेश में आखिरकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वीके सिंह के स्थान पर विवेक जौहरी की डीजीपी पद पर नियुक्ति कर दी है। विवेक जौहरी जल्द ही राज्य के नए डीजीपी की कुर्सी पर बैठेंगे | फ़िलहाल विवेक जौहरी सेंट्रल डेपुटेशन में हैं, लिहाजा केंद्र से रिलीव होकर मध्यप्रदेश लौटने तक राजेंद्र कुमार को डीजीपी का चार्ज दिया गया है। विवेक जौहरी 1984 बैच के आईपीएस अफसर हैं | आईपीएस विवेक जौहरी अभी बीएसएफ के डीजी पद हैं। वे खुफिया एजेंसी रॉ में विशेष सचिव के पद पर भी रह चुके हैं।कयास लगाया जा रहा था कि राजेंद्र कुमार 1985 बैच के अफसर को सरकार नया डीजीपी बनाएगी | लेकिन शुक्रवार शाम जब आदेश आया तो कई वरिष्ठ अधिकारियों के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा |
डीजीपी से हटाए गए वीके सिंह को खेल और युवा कल्याण संचालक बनाया गया है। राज्य में कमलनाथ के नेतृत्व में नई सरकार के गठन होने के बाद वीके सिंह ने जनवरी 2019 में डीजीपी का पद संभाला था। वैसे, उनकी डीजीपी पद से छुट्टी के पीछे कई वजह रही। इनमें से कलेक्टर का थप्पड़ कांड भी प्रमुख रहा। राजगढ़ कलेक्टर द्वारा एक पुलिस अधिकारी को मारे गए थप्पड़ मारने पर उन्होंने खुद पत्र लिखकर राज्य सरकार से कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई को कहा था। इससे आईएएस लॉबी नाराज हो गई। राज्य सरकार को भी यह नागवार गुजरा था । हनी ट्रैप मामले में एसआईटी को बदले जाने को लेकर भी राज्य सरकार डीजीपी से खुश नहीं थी। पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू करने को लेकर भी राज्य सरकार से डीजीपी के मतभेद उभर आये थे। मध्यप्रदेश में सियासी ड्रामे के बीच डीजीपी पद पर विवेक जौहरी की नियुक्ति के कई मायने निकाले जा रहे है |