कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एक भाजपा कार्यकर्ता को पहले गोली मारी, जब वह बचने के लिए भागा, तो हत्यारों ने उसे पकड़ लिया, फिर तेजधार हथियार से उसकी गर्दन काटकर अपने साथ ले गए। TMC के खौफ से लोग हैरान है। किसी राजनैतिक दल में हत्यारों की फौज लोकतंत्र के लिए चिंता की घटना बताई जा रही है। भाजपा ने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
मृतक बीजेपी कार्यकर्त्ता मुस्लिम समुदाय का है, वो पीएम मोदी के गुणगान में जुटा था। मतदान के बाद ही हत्यारों ने उसे अपने निशाने पर ले लिया था। पुलिस सूत्रों ने बताया, भाजपा कार्यकर्ता हफीजुल शेख शनिवार रात कालीगंज में चाय की दुकान पर बैठे थे। तभी बाइक पर आए बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। वहीं, मृतक के बड़े भाई जैनुद्दीन मोल्ला का कहना है कि हफीजुल दुकान पर कैरम खेल रहा था। इसी बीच तृणमूल के गुंडों ने भाई को कई गोलियां मारीं।
जान बचाने के लिए जब वह भागा तो तेज हथियार से उसकी गर्दन काटकर साथ लेते गए। मोल्ला ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आरोप लगाया, बंगाल में हत्याओं का दौर फिर शुरू हो गया है। वहीं, कृष्णानगर से भाजपा प्रत्याशी अमृता राय ने कहा, यह नृशंस हत्या और प्रतिशोध का मामला है। अगर ऐसा नहीं होता, तो क्या वे उसकी गर्दन लेकर जाते। उन्होंने कहा, इसमें पुलिस की भूमिका से इन्कार नहीं किया जा सकता।