दिल्ली वेब डेस्क / विख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर की जयंती पर देश उन्हें याद कर रहा है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह विनायक दामोदर सावरकर की जयंती के अवसर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी | पीएम मोदी ने ट्वीट कर विनायक सावरकर को नमन किया | उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को याद करते हुए एक वीडियो भी ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने विनायक सावरकर का जिक्र किया है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘वीर सावरकर की जयंती पर मैं उनको नमन करता हूं, हम उन्हें उनकी बहादुरी, स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान और हजारों लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए नमन करते हैं |’
पीएम मोदी के अलावा भारतीय जनता पार्टी के ट्विटर हैंडल की ओर से भी विनायक सावरकर को याद किया गया, साथ ही कई भाजपा नेता, केंद्रीय मंत्रियों ने इस अवसर पर ट्वीट कर सावरकर को श्रद्धांजलि दी |
28 मई 1883 में मुंबई में जन्मे सावरकर क्रांतिकारी होने के साथ लेखक, वकील और हिंदुत्व की विचारधारा के समर्थक थे | आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने उन्हें कालापानी की सजा दी थी | विनायक दामोदर सावरकर का निधन 26 फरवरी 1966 को हुआ था |
भले ही सावरकर को गुजरे कई वर्ष बीत चुके है | लेकिन मौजूदा वक्त में भी विनायक सावरकर देश की राजनीति में जीवित है | वे राजनैतिक दांवपेचों से भी अछूते नहीं हैं | एक तरफ भारतीय जनता पार्टी विनायक सावरकर को एक महान स्वतंत्रता सेनानी मानती है | तो वहीं कांग्रेस की ओर से हमेशा यही आरोप लगाया जाता है कि सावरकर ने अंग्रेजों से कई बार माफी मांगते हुए सजा कम करने की अपील की थी |
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इस विषय को लेकर संसद से लेकर बाहर तक कई बार दोनों पार्टियों में आर-पार की लड़ाई हो चुकी है | पिछले साल महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणापत्र में ऐलान किया था कि वह वीर सावरकर को भारत रत्न देने की आधिकारिक मांग करेगी, जिसपर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ था | हालाँकि कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के चक्कर में शिवसेना ने नरमी दिखाई थी |