VIDEO : मां-बाप का उठा साया तो पूरे गांव वालों ने मिलकर कराई अनाथ बेटी की शादी |

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किशोर साहू  [Edited by:ऋतुराज वैष्णव  ] 

बालोद / कहते हैं जिसका कोई नही होता उसका भगवान होता है, लेकिन भगवान की बनाई इस दुनिया में कई लोग ऐसे भी है, जो एक दूसरे की मदद ही नही कर रहे,  बल्कि उनका सहारा बन भविष्य भी सवार रहे है ! जी हाँ आज हम आपको दो बहन और एक भाई की ऐसी खबर दिखाने जा रहे जिनके सिर से ऊपर वाले ने बचपन में ही माता-पिता का साया छीन लिया | पर कहते है न  ऊपर वाले ने सब के लिए कुछ न कुछ तय कर रखा है | माता पिता का साथ नहीं हुआ तो क्या  गाँव के पुरे ग्रामीणों ने इन बच्चो के माता-पिता बन अपना फर्ज निभाया | 

सोचिए कि अगर बचपन में ही बच्चों के सिर से माँ-बाप का साया ही उठ जाए तो कितनी तकलीफ उन मासूम बच्चों को उठानी पड़ी  होगी |  ऐसी ही एक कहानी है बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखण्ड के ग्राम बगईकोन्हा के अनाथ 2 बहनों और 1 भाई की है…जिनके सिर से 10 वर्ष पूर्व माँ-बाप का साया ही उठ गया और जब आज बड़ी बहन शादी के लायक हुई तो, पूरा गांव व समाज उस अनाथ लड़की का सहारा बन माँ-बाप का फर्ज निभाते हुए उसकी शादी करवा रहा है , वह भी पारम्परिक रीति रिवाजों के साथ | लड़की को भी यकीन नहीं था की कभी उसकी शादी भी होगी |  

 वही  ग्रामीणों की माने तो 10 साल पहले हुए हादसे के बाद से पुरे गावं ने  इन बच्चो को  अपना लिए था | भले ही इन बच्चो के सर से माँ बाप का साया ना रहा पर उनकी कमी गांव वालो ने उन्हें कभी महसूस होने नहीं  दी | वक्त वक्त में   जरूरत पड़ने पर पंचायत से भी इन बच्चों को सहयोग मिलता रहा | जब बड़ी बेटी की उम्र बिहाने की हो गयी तब पुरे गाँव ने शादी का बेड़ा अपने कंधो में ले लिया | गांव के सभी बुजुर्गो ने लड़के की तलाश शुरू कर दी | और फिर क्या था गांव वालो ने बड़े धूम धाम से विवाह को सम्पन कराया | बहरहाल ग्राम बगईकोन्हा के ग्रामीणों जैसी सोच हर इंसान में आ जाए तो  संसार से अनाथ शब्द पूरी तरह से विलुप्त हो जाएगा और हर बच्चे की जिंदगी सवर जायेगी | ग्रामीणों की एक छोटी सी पहल ने एक बड़ी मिसाल कायम कर दी |


https://www.youtube.com/watch?v=yvmxkN9Os7Q&feature=youtu.be