बालाघाट / मध्यप्रदेश की बालाघाट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे किशोर समरीते ने एक अजीबो गरीब मांग कर चुनाव आयोग को पसोपेश में डाल दिया है | इस उम्मीदवार ने चुनाव आयोग से मांग की है कि खर्च के लिए उसे 75 लाख रूपये दिए जाए | अन्यथा उसे खुद की एक किडनी बेचने की अनुमति दी जाए | अपनी खराब आर्थिक हालत का हवाला देते हुए इस निर्दलीय उम्मीदवार ने चुनाव आयोग के जरिये बैंक से लोन दिए जाने की भी मांग की है | इस उम्मीदवार ने बाकायदा जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि चुनाव आयोग ने लोकसभा निर्वाचन के लिए खर्च की अधिकतम सीमा 75 लाख रूपये तय की है | लिहाजा कमजोर आर्थिक स्थिति वाले प्रत्याशियों के लिए व्यय के प्रबंध की जिम्मेदारी चुनाव आयोग को उठानी चाहिए | किशोर समरीते की यह भी दलील है कि राष्ट्रीयकृत पार्टियों के उम्मीदवार करोड़ों रूपये खर्च करते है , उनके मुकाबले निर्दलीय उम्मीदवारो को बेहद कम रुपयों में चुनाव लड़ना होता है | धन-बल के चलते निर्दलीय प्रत्याशी राष्ट्रीयकृत पार्टियों के उम्मीदवारों के सामने टिक नहीं पाते | किशोर समरीते समाजवादी पार्टी से लांजी विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रह चुके है | फ़िलहाल इस निर्दलीय उम्मीदवार की अजीबो गरीब मांग से चुनाव आयोग सकते में है | इस बारे में वो प्रतिक्रिया देने से भी पीछे हट रहा है | आप भी सुने ऐसी मांग क्यों रखी ? किशोर समरीते ने |
