अरविंद यादव /
महासमुंद / छत्तीसगढ़ में महासमुंद जिले के ग्राम पंचायतों में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है | ग्राम पंचायत में प्रस्ताव किये बिना ही लाखों रूपये की राशि निकाली जा रही है | ताजा मामला सरायपाली ब्लॉक के बोंदा-नवापाली ग्राम पंचायत का है | जहां बिना ग्राम पंचायत प्रस्ताव के दो वर्ष में 14 लाख 17 हजार रुपये सरपंच और सचिव द्वारा फर्जी प्रस्ताव कर निकाल लिया गया , और कुछ काम भी नहीं किया गया | ये 14वे वित्त की राशि थी | सरपंच और सचिव की मनमानी से गांव के लोग भी परेशान हैं | क्योंकि यहां विकास के नाम पर कुछ नहीं हो रहा है | अब इस पूरे मामले पर सीओ सराईपाली ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है |

ग्राम पंचायत में विकास के लिए सरकार से 14 वे वित्त की राशि दी जाती है | 14 वित्त में लाखों रुपए की राशि ग्राम पंचायत के विकास के लिए जारी होती , लेकिन ग्राम पंचायत के सचिव और सरपंच द्वारा इस 14 वे वित्त राशि का आहरण कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है | ताजा मामला महासमुंद जिले के बोंदानावापाली का है | जहां सरपंच शिव चौहान और सचिव गोविन्द पटेल ग्राम पंचायत प्रस्ताव के बिना वर्ष 2018-और 2019 में 14 लाख 17 हजार रुपये, निकाल लिए है लेकिन कोई भी काम उन्होंने नहीं करवाया है गांव में कीचड़ से भरी हुई सड़क है बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है, पेयजल व्यवस्था नहीं है लेकिन बिजली, सड़क, पेयजल के लिए लाखों रुपए निकाला गया है | गांव में सरपंच और सचिव को लेकर लोगो में भारी आक्रोश भी है , क्योंकि गांव के लोग जानते हैं कि विकास कुछ हुआ नहीं है लेकिन विकास के लिए आये राशि का बंदरबाट सरपंच शिव चौहान और सचिव गोविन्द पटेल कर रहे है | गाव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत आये 12000 रूपये किसी हितग्राही को नहीं दिया गया और लाखो रुपये इस मद का भी निकाल लिया गया है | हितग्राही आज भी भटक रहे है ! इस ग्राम पंचायत में सरपंच शिव चौहान और सचिव गोविन्द पटेल की ऐसी मनमानी है की बिना पंचो से पूछे ग्राम पंचायत प्रस्ताव के फर्जी प्रस्ताव बनाकर लाखो रुपये निकाल रहे है | जबकि नियम है कि ग्राम पंचायत को मिले राशी को ग्राम पंचायत प्रस्ताव के बिना निकाला नहीं जा सकता है | लेकिन यहाँ इसके उलट हो रहा है | सरपंच अपने नाम पर पंचायत की राशि निकाल रहा है | जबकि सरपंच किसी भी हालत में अपने नाम पर पंचायत की राशी नहीं निकाल सकता है | इस ग्राम पंचायत में विकास के नाम पर स्वयं का विकास सरपंच और सचिव कर रहे है ! इस पुरे फर्जीवाडे के सम्बन्ध में सरपंच से बात करने की कोशिस की गयी तो फर्जीवाड़े के मास्टर सरपंच कैमरा के सामने कुछ भी कहने से बचता रहा |

ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम विकास का पैसा सरपंच शिव चौहान और सचिव गोविन्द पटेल फर्जी तरीके से आहरण कर रहे है | सिर्फ कागज में काम दिखाकर पैसे का बंदरबाट किया जा रहा है | ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच और सचिव दोनों के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए | वहीँ इस पुरे मामले की शिकायत जब सरईपाली ब्लाक के मुख्यकार्यपालन अधिकारी से की गयी तो उन्होंने जांच कर उचित कार्यवाही की बात कही | साथ ही कहा की 14 वे वित्त की राशि ग्राम पंचायत प्रस्ताव के बिना और कार्य पूरा किये बिना नहीं निकला जा सकता है | अगर ऐसा हुआ है तो ये गलत है इस पर उचित कार्यवाही की जाएगी |
