किशोर साहू बालोद [Edited by: ऋतुराज वैष्णव ]
बालोद / बस्तर में मतदान से पहले नक्सलियों ने मंगलवार को एक बड़े हमले को अंजाम देते हुए दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी के काफिले को IED ब्लास्ट से उड़ा दिया | इस हमले में विधायक समेत पांच जावान मौके पर ही शहीद हो गए | दंतेवाड़ा के नकुलनार के पास हुए इस घटना में बालोद जिले के ग्राम नर्रा का रहने वाला 38 वर्षीय छगन लाल कुलदीप भी शामिल था। शहीद जवान भीमा मंडावी की सुरक्षा में तैनात था | वह पिछले 18 सालों से दंतेवाड़ा क्षेत्र में पदस्थ था | और विधायक के पीएसओ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहा था |
शहीद छगनलाल कुलदीप के माता पिता और उनका छोटा भाई ग्राम नर्रा में ही रहते है | बताया जाता है कि छगन महाबली हनुमान जी का परम भक्त था | जैसे ही जवान के शहीद होने की खबर गाँव पहुंची , तो पूरे गाँव में शोक की लहर दौड़ गई | नर्रा के ही रहने वाले छगन के दोस्त बीएसएफ के जवान पवन कुमार साहू ने बताया कि 2001-02 में छगन की ज्वाइनिंग हुई थी। उन्होंने बताया कि छगनलाल कभी कभार ही गांव आता था | वो अपने परिवार के साथ दंतेवाड़ा में ही रहता था | पवन ने बताया कि नक्सली हमले में शहीद होने की खबर सुनकर उनका दिल बैठ गया | बुधवार को करीब एक बजे शहीद छगन कुलदीप का पार्थिव शरीर हेलीकॉप्टर के जरिये बालोद लाया गया | जिसके बाद पुलिस बल द्वारा वाहन से जवान के शव को ग्राम नर्रा लाया गया | जहां पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान का अंतिम संस्कार किया गया | ड्यूटी के दौरान शहीद हुए छगन कुलदीप की शहादत की खबर से ग्राम नर्रा में सन्नाटा पसर गया |