रामेश्वर राठौर [Edited By: ऋतुराज वैष्णव ]
जांजगीर चांपा / छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले के पामगढ़ में नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफांश हुआ है | सभी आरोपी नौकरी पेशा है, और पढ़े लिखे भी | यु टूब से नोट छापने के गुर सीखने के बाद आरोपियों ने राज्य के कई जिलों में अपने कारोबार को फैला लिया था | इस मामले में दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है जबकि गिरोह का सरगना फरार है | पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लाख दो हजार के नकली नोट बरामद किये है |
छत्तीसगढ़ पुलिस की गिरफ्त में खड़े दोनों आरोपियों और उनके पास से बरामद एक लाख से ज्यादा के नकली नोटों को जब लोगो के सामने लाया गया तो उनकी आँखे फटी की फटी रह गयी | यह वो रकम है जो आरोपियों के पास से बरामद हुई है | इसमें दो सौ और पांच सौ के नकली नोट है जो पहली नजर में हू ब हू असली दिखाई देते है | पामगढ़ पुलिस को पामगढ़ थाना क्षेत्रों के आसपास नकली नोट खपाए जाने कि शिकायत अपने मुखबिरों से मिल रही थी, पुलिस ने गिरोह के लोगों को पकड़ने के लिए अपने मुखबिर लगा रखे थे, पामगढ़ थाना प्रभारी को अपने मुखबिर से सूचना मिली की, दो युवक बाइक से आसपास के दुकानदारों के पास नकली नोट खपाने का काम कर रहे है, पुलिस ने टीम बनाकर पामगढ़ तहसील चौक के पास धनीराम नामक युवक को पकड़ा, और तलाशी ली तो, धनीराम के पास पुलिस को कुछ नकली नोट बरामद हुए |

आरोपियों ने पुलिस के सामने जिस दुकानदार के यहाँ नकली नोट खपाया गया था सिर्फ उसी का पता ठिकाना बता कर अपना मुँह बंद कर लिया | हालांकि पुलिस आरोपियों से सच उगलवाने में जुटी हुई है | आरोपियों ने पुलिस को यह भी बताया कि उन्होंने यु टूब में नोट छापने की प्रक्रिया और मशीनों के बारे में जानकारी इकठ्ठा की | इसके बाद खुद अपना छापा खाना डाल लिया |
इस गिरोह के फरार सरगना की खोजबीन की जा रही है | जबकि गिरफ्तार किये गए आरोपियों में से एक स्थानीय अदालत में तैनात न्यायधीश का स्टेनो है , जबकि दूसरा सरकारी अस्पताल का वार्ड बॉय |