VIDEO : डैम में डूबने से हुई शावक हाथी की मौत , हाथियों का झुण्ड निकालने घंटो तक की मशक्क्त , लेकिन नहीं हुआ कामयाब |

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अरविंद यादव 

     हाथियों के दल का एक नन्हा शावक जो समोदा डैम में डूब गया था |  हाथियों के झुंड ने शावक को कई घंटों तक निकालने की कोशिश की लेकिन वे विफल रहे ।महासमुंद वनपरिक्षेत्र के कुकुराडीह बंजर से निकलकर जोबा इलाके से होते हुए रविवार को 22 जंगली हाथियों का झुंड विचरण करते हुए अछोला के पास महानदी तट पर पहुंचा ।

   दरअसल यह पूरा मामला महासमुंद जिले के समोदा डैम का है, जहां हाथियों को झुंड आ पहुंचा है |  इन हाथियों के दल में कई नन्हें हाथी भी है  |  डैम में नहाने के दौरान एक हाथी का बच्चा डूबने लगा |  जिसे बचाने हाथियों का झुंड कूद पड़ा और किसी तरह डैम से नन्हा हाथी शावक को हाथियों के दल ने बाहर निकला था |  लेकिन नन्हा शावक डैम से बाहर आते ही बेहोश हो गया था और नन्हा शावक की मौत हो गई | हालांकि इस दौरान डैम की दूसरी ओर कई ग्रामीण भी मौजूद थे |  अब इस घटना के बाद लोगों में दहशत का माहौल है | कहीं हाथियों का दल आक्रोश में आकर दोबारा आप-पास के इलाके में उत्पात ना मचाए |  इस दौरान जंगली हाथियों के दल ने नदी के समीप स्थित खीराबाड़ी को पुरी तरह तहस-नहस कर दिया जिससे वहां के किसानों को करीब डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हुआ है । घटना के बाद ग्रामीण इसकी लापरवाही का जिम्मेदार वन विभाग को मान रहे हैं  तो वहीं वन-अमला इस मामले से पूरी तरह अनजान है |  

गौरतलब है कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के महासमुंद में लाए गए कुमकी हाथी को सरगुजा भेजा गया है |  कुमकी हाथी के जाते ही जंगली हाथी यहां आ पहुंचे है |  झुंड तेजी से ग्रामीण आबादी की ओर बढ़ रहा है जिससे ग्रामीण दहशत में हैं |  वहीं वन विभाग हाथियों को काबू कर पाने में ज्यादा सजग नहीं दिख रहा  है  |  जबकि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने सरकार बनने के बाद हाथियों को पकड़ने के लिए गजराज परियोजना की 8 गाड़ियां को हरी झंडी दिखाई थी |  जो कि छत्तीसगढ़ के सरगुजा में हाथियों को पकड़ने के लिए सर्वसुविधायुक्त गाड़ियां घूमती है, लेकिन इसका कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है | 

https://youtu.be/qmnKBuZC9a0