लोकेश साहू /
बलौदाबाजार / जिले में कलेक्टर के अवैध रेत उत्तखनन पर रोक के आदेश के बाद भी रेत माफियाओं के इरादे इतने बुलंद की प्रशासन भी सोचने में मजबूर हो गए कि इनका क्या करे ? लगातार रेत माफियो के इरादों को नाकाम करने की सैकड़ो कोशिश विफल नजर आ रही है। कसडोल क्षेत्र के पैरागुड़ा घाट में सुबह ग्रामीणों ने चैन माउन्टेन समेत 38 हाइवा को पकड़ कर जमकर नारेबाजी की |

कसडोल समीप पैरागुड़ा घाट शुरू से ही रेत माफियाओं को लेकर चर्चित रही है | कभी इस घाट में फर्जी रायल्टी की बात सामने आती हैं तो कभी अवैध रेत उत्खनन की। लेकिन इन सभी के बावजूद भी प्रशासन पर सवाल खड़ा होता है कि इस पर कड़ी कार्यवाही क्यो नही हो रही है ? ग्रामीणों के लगातार शिकायत करने के बाद भी आला अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही न होने पर ग्रामीणों ने बीते सोमवार सुबह 38 हाईवा समेत एक चेन माउंटेन को रोक प्रदर्शन करने लगे लेकिन आला अधिकारियों मौके पर नही पहुचे | जिससे नाराज ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करना शुरू कर दिया । ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए कसडोल तहशीलदार स्थिति को संभालने पहुचे और रोके गए हाईवा का जप्ती की कार्यवाही कारने की बात कही। लेकिन इन सबके के बाद भी सवाल ये भी उठता है कि अवैध रेत उत्तखनन पर रोक लगाने में प्रशासन असमर्थ क्यो है ? क्या माफियाओं को कही सरकार और जानप्रतिनिधि से तो संरक्षण नही मिल रहा है ? अब ये देखना होगा कि ग्रमीणों के प्रदर्शन और कलेक्टर के आदेश के बाद प्रशासन इस प्रकार की अवैध रेन उत्खनन करने वाले माफियो और वाहन मालिकों पर क्या कार्यवाही करेगी।
