किशोर साहू /
बालोद जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्र अंतर्गत कारोबारी से हुई 51 लाख रूपये लूट की शिकायत मामले में नया मोड़ सामने आया है | मामले में प्रार्थी रवि राठी उसके बड़े भाई व भतीजे ने नार्को टेस्ट कराने से इंकार कर दिया है | पुलिस ने तीनों का नार्को टेस्ट कराने न्यायालय में प्रतिवेदन पेश किया था | बालोद पुलिस ने सभी पहलू की जांच के बाद यह फैसला लिया था।
दरअसल दुर्ग निवासी कारोबारी रवि राठी 18 अगस्त की रात को गुंडरदेही आने के दौरान बालोद- दुर्ग मुख्यमार्ग डगनिया और खप्परवाड़ा के बीच लूट के शिकार हो गए थे | दो नकाबपोश आरोपियों ने उनकी कार रोककर 51 लाख लूट की घटना को अंजाम दिया था | जिसकी शिकायत प्रार्थी रवि राठी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी | शिकायत मिलते ही बालोद व दुर्ग जिले के तमाम पुलिस अधिकारी मामले को गंभीरता से लेते हुए जगह-जगह चेकपोस्ट लगा हर आने जाने वाले गाड़ियों की तलाशी कर सड़क के चौक चौराहे व सड़क किनारे दुकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लग गया | लेकिन लूट होने जैसे कोई पुख्ता सुराग नहीं मिल पाया | लगभग डेढ़ माह के लंबे जांच पड़ताल में पुलिस ने हर पहलू पर सघन जांच की | लेकिन पुलिस को कहि से भी लूट की घटना होने सम्बंधित कोई सुराग हाथ नही लगा |
बालोद पुलिस अधीक्षक एमएल कोटवानी ने बतलाया कि मामले में प्रार्थी रवि राठी उनके बड़े भाई व उनके भतीजे से विवेचक द्वारा जब भी बयान लिया गया , तो हर बार विरोधाभासी बयान सामने आए | जिससे पुलिस को लगा कि या तो मामले को ठीक से बता नहीं पा रहे हैं या बताना नहीं चाह रहे | जिसके बाद पुलिस द्वारा तीनों से सच्चाई उजागर कराने न्यायालय में प्रतिवेदन पेश किया गया | जहां तीनों ने नार्को टेस्ट कराने से इंकार कर दिया | जिसके बाद अब पुलिस अधीक्षक मामले में विधिसम्मत कार्यवाही की बात कही है।
बरहाल मामले में बालोद पुलिस द्वारा प्रार्थी सहित तीन लोगों का नार्को टेस्ट प्रतिवेदन पर प्रार्थी द्वारा नार्को टेस्ट कराने से इनकार करने के बाद मामला कुछ और ही इशारा कर रहा | सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी रवि राठी के बड़े भाई द्वारा 1998 में अपने साथ लगभग साढे तीन लाख की लूट होने की शिकायत पुलगांव थाना में दर्ज कराया था , जो जांच के बाद झूठी कहानी साबित हुआ ।