रायपुर | छत्तीसगढ़ कैडर का कुख्यात डीजी और कई गंभीर मामलो का आरोपी मुकेश गुप्ता आखिरकर EOW के अधिकारियों के समक्ष गिड़गिड़ाता रहा | लेकिन पूछताछ करने वाले अफसरों ने उसके प्रति कोई नरमी नहीं बरती | आरोपी मुकेश गुप्ता से करीब छह घंटे तक लंबी पूछताछ हुई | मामला “नान घोटाला” और “अवैध फोन टेपिंग ” के मामले से जुड़ा था | EOW के अफसरों ने मुकेश गुप्ता के उन तमाम गंभीर मामलों पर बयान दर्ज किए जो भ्रष्टाचार और कई गंभीर अपराधों से जुड़े थे | जांच के दौरान EOW को कई सनसनीखेज सबूत मिले थे , जिनके आधार पर आरोपी मुकेश गुप्ता से सवाल जवाब किए गए थे | बताया जाता है कि ज्यादातर सवालों के जवाब में आरोपी मुकेश गुप्ता ने अपने मातहत तत्कालीन पुलिस अधिक्षक रजनेश सिंह को फंसाने कोशिश की | अपने बयानों में उसने EOW के तत्कालीन पुलिस अधिक्षक रजनेश सिंह पर ” नान घोटाले ” और “अवैध फोन टेपिंग ” के तमाम आरोपों को मढ़ दिया , ताकि वो खुद पाक साफ बच निकले | यही नहीं इस कुख्यात आरोपी ने अपनी खासम -ख़ास रेखा नायर को बचाने की भरपूर कोशिश की | लेकिन EOW के अधिकारियों ने सबूतों के आधार पर आरोपी मुकेश गुप्ता की बोलती बंद कर दिया |