VIDEO: आजाद हिन्द फ़ौज का कौमी तराना

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क्या आप जानते है, राष्ट्रगान एक समय पहले आजाद हिन्द फ़ौज का ” कौमी तराना ”  था |  गुरुदेव रविन्द्रनाथ टैगोर द्वारा लिखे गए राष्ट्रगान में पांच पद हैं। राष्ट्रगान के रूप में इसके पहले पद को ही अपनाया गया है । नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अपनी कृति आजाद हिंद फौज में ‘जय हे’ नाम से इस गीत को वर्णित किया था |  जन गण मन का पहली बार प्रकाशन 1912 में तत्वबोधिनी नामक पत्रिका में हुआ था। इस दौरान इसका शीर्षक  ” भारत विधाता ” रखा गया था । सुनिए  मूल गान को |

https://youtu.be/XEDziJ66Syo