VIDEO : आंतक का पर्याय बन चुका दंतैल हाथी गणेश फरार , दहशत में लोग |

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गेंदलाल शुक्ला / 
उपेंद्र डनसेना 

कोरबा /  छत्तीसगढ़ के कोरबा और रायगढ़ जिले के वन क्षेत्रों में आंतक का पर्याय बन चुका जंगली हाथी गणेश रेस्क्यू के बाद पकड़ लिया गया था। लेकिन बुधवार और गुरूवार की दरम्यानी रात वह फिर आजाद हो गया। गणेश के आजाद होने की खबर से कुदमुरा वन परिक्षेत्र के गांवों में दहशत फैल गयी है।   

 उल्लेखनीय है कि वन मण्डल कोरबा और वन मण्डल धरमजयगढ़ का विभागीय अमला पिछले कई दिनों से जंगली हाथी गणेश  को पकड़ कर तमोर पिंगला रेस्क्यू सेंटर ले जाने के लिए प्रयासरत था। गत मंगलवार को दिनभर की कड़ी मशक्कत के बाद कोरबा और धरमजयगढ़ वन मण्डल की संयुक्त टीम ने वर्ल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून के विशेषज्ञों और कुमकी हाथियों की मदद से ट्रेक्यूलाइज कर गणेश पर काबू पाया था। उसे एक ट्रक में बैठाकर तमोर पिंगला भेजा जा रहा था लेकिन गणेश ने ट्रक में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। इसके बाद गणेश को कोरबा वन मण्डल के कुदमुरा के गजदर्शन विश्राम गृह में जंजीरों से जकड़कर रखा गया। जंगली हाथी  गणेश के पैरों में जंजीर डाला गया और गले में जंजीर डालकर एक पेड़ से बांधकर रखा गया था। अधिकारिक जानकारी के अनुसार बुधवार क ी देर रात गणेश गले का जंजीर तोड़कर भाग निकला। आजाद होने के बाद गणेश कुदमुरा के खेतों में विचरण कर रहा है। गणेश के भाग निकलने के बाद वन विभाग की मुश्किल बढ़ गई है, हालांकि गणेश की गर्दन पर लगे रेडियो कॉलर आईडी से उसकी निगरानी की जा रही है।
 

अधिकारियों के मुताबिक अब 48 घंटे तक गणेश को ट्रेंकुलाइज नहीं किया जा सकता। बस उसकी निगरानी की जाएगी और उसके बाद ही ट्रेंकुलाइज कर फि र से रेस्क्यू किया जाएगा। जंगली हाथी गणेश के आक्रमक रुख को देखते हुए वन  विभाग ने आसपास के क्षेत्र में अलर्ट जारी कर दिया है और एक सौ से अधिक अधिकारी कर्मचारियों की टीम को क्षेत्र में तैनात कर दिया है ताकि किसी तरह की जनधन हानि ना हो। गणेश ने पिछले छः माह में दर्जन भर से अधिक लोगों को अपने पैरों तले कुचलकर मारा है | 

https://youtu.be/WUUUUuggB8c