
नई दिल्ली, मंगलवार, 19 अगस्त 2025। उपराष्ट्रपति चुनाव 9 सितंबर को होने से पहले सियासी हलचल तेज हो गई है। सत्तारूढ़ एनडीए ने अपना उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन के रूप में घोषित कर दिया है। उधर, विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ ने भी उम्मीदवार उतारने का ऐलान तो किया है, लेकिन औपचारिक नाम की घोषणा आज होने वाली अहम बैठक के बाद होने की उम्मीद है।
आज विपक्ष की अहम बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर आज दोपहर 12:30 बजे INDIA ब्लॉक की बैठक बुलाई गई है। इसी बैठक में उपराष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है। गठबंधन के नेता चाहते हैं कि इस चुनाव को “लोकतंत्र और संविधान की रक्षा” की लड़ाई के रूप में पेश किया जाए।
किन तीन नामों की चर्चा तेज?
विपक्षी खेमे में फिलहाल तीन चेहरों पर सबसे ज्यादा चर्चा है—
डॉ. मैलस्वामी अन्नादुरई: पूर्व इसरो वैज्ञानिक, चंद्रयान-1 परियोजना के नेतृत्व के लिए प्रसिद्ध।
तिरुचि सिवा: तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद, डीएमके के वरिष्ठ नेता और संसदीय अनुभव।
तुषार गांधी: महात्मा गांधी के प्रपौत्र, सामाजिक सरोकारों और नागरिक अधिकारों पर मुखर आवाज।
इन नामों को दक्षिण भारत, विज्ञान-तकनीक व नैतिक/विचारधारात्मक अपील जैसे अलग-अलग पहलुओं के संतुलन के रूप में देखा जा रहा है।
एनडीए का दांव
एनडीए ने सी.पी. राधाकृष्णन पर भरोसा जताते हुए विपक्ष के लिए समीकरण जटिल कर दिए हैं। दक्षिण भारत में उनकी पैठ और सॉफ्ट-स्पोकन इमेज को चुनावी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है। दिलचस्प यह भी है कि विपक्षी खेमे के कुछ नेताओं—खासकर समाजवादी पार्टी और शिवसेना (उद्धव गुट) से—राधाकृष्णन को लेकर सकारात्मक टिप्पणियां भी सामने आई हैं, जिससे क्रॉस-वोटिंग की अटकलें भी गर्म हैं।
समीकरण और संभावनाएं
संख्या बल के लिहाज से एनडीए बढ़त में माना जाता है, लेकिन एकजुट विपक्ष और किसी सर्वमान्य चेहरे पर सहमति की स्थिति में मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।
विपक्ष यदि दक्षिण से मजबूत, सर्वस्वीकार्य और गैर-विवादित चेहरा उतारता है, तो राजनीतिक संदेश के साथ नैरेटिव-वार बढ़त लेने की कोशिश करेगा।
वैज्ञानिक/संवैधानिक प्रतीकों पर जोर देकर विपक्ष व्यापक मध्य वर्ग और युवाओं तक अपील साधना चाह सकता है।
आगे क्या?
आज दोपहर 12:30 बजे की बैठक के बाद INDIA ब्लॉक अपने आधिकारिक उम्मीदवार का नाम घोषित कर सकता है।
इसके बाद नामांकन की प्रक्रिया और प्रचार-समर्थन के लिए दलों की औपचारिक रणनीति सामने आएगी।
चुनाव 9 सितंबर को होगा और परिणाम उसी दिन सामने आ जाएगा।
नोट: विपक्षी उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा का इंतजार है। जैसे ही नाम सामने आएगा, प्रोफाइल, समर्थन-स्थिति और संख्या बल का ताज़ा गणित अपडेट किया जाएगा।