
दिल्ली : – उपराष्ट्रपति पद के लिए जारी मतदान के बीच अब रुझान भी नजर आने लगा है। सत्तारूढ़ बीजेपी और उसका गठबंधन कारगर साबित दिखाई दे रहा है, उसका का पलड़ा भारी है। NDA का खेमा अपने प्रत्याशी सीपी राधाकृष्णन की जीत का अंतर बड़ा करने की कोशिश में जुटा है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मतदान के बाद एलान किया है कि NDA जीत की ओर अग्रसर है। विपक्षी गठबंधन का कहना है कि ये देश की आत्मा बचाने का चुनाव है। मतदान संसद भवन में शाम 5 बजे तक चलेगा। मतों की गिनती शाम छह बजे शुरू होगी।

उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान शुरू होते ही कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने पर कांग्रेस ने वाईएसआरसीपी पर निशाना साधा है। उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले, कांग्रेस ने वाईएसआरसीपी अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी पर एनडीए उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन का समर्थन करने के लिए हमला बोला और उन पर लोकतांत्रिक ताकतों के साथ न खड़े होने का आरोप लगाया। एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने लिखा ‘इतिहास वाईएस जगनमोहन रेड्डी के विश्वासघात को नहीं भूलेगा। उपराष्ट्रपति पद के लिए आरएसएस समर्थित उम्मीदवार का समर्थन करके, उन्होंने आंध्र प्रदेश के हितों की बजाय सीबीआई मामलों के डर को चुना है।’ टैगोर ने कहा, ‘यह रणनीति की बात नहीं है। यह लोकतांत्रिक ताकतों के साथ खड़े होने के बजाय मोदी बाबू के दबाव के आगे आत्मसमर्पण करने की बात है।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि जगन का आज का समझौता उस दिन के रूप में याद किया जाएगा जब उन्होंने अपने निजी अस्तित्व को जनादेश से ऊपर रखा। उन्होंने आरोप लगाया, आंध्र साहस का हकदार था। लेकिन जगन मोहन रेड्डी ने कायरता को चुना।
संसद भवन में उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमा – गहमी है। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, ‘कूटनीति का कोई मतलब नहीं है। हम सब देश की सेवा कर रहे हैं। यह एक बड़ा पद है। जिसे भी यह पद मिले, उसे इसका सम्मान करना चाहिए।’ कांग्रेस सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने कहा, ‘हमारा उम्मीदवार सर्वश्रेष्ठ है और मुझे लगता है कि मतदाता अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनेंगे। इंडिया अलायंस के उम्मीदवार का करियर बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने एक संवैधानिक पद पर भी काम किया है।’

उपराष्ट्रपति चुनाव पर, पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार ने कहा, ‘विपक्षी उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी ने जिस अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की अपील की है, उसका उद्देश्य स्पष्ट रूप से वोटों की कमी को पूरा करना है। इस समय, एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के जीतने की पूरी उम्मीद है, खासकर तब जब कुछ दलों, जिनसे विपक्षी उम्मीदवार का समर्थन करने की उम्मीद थी, ने मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। चुनाव का परिणाम चाहे जो भी हो, यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि संवैधानिक पदाधिकारियों को अपने कर्तव्यों के निर्वहन में द्विदलीय समर्थन प्राप्त हो। मुझे उम्मीद है कि इन चुनावों के कारण कोई कटुता नहीं होगी, और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि इन चुनावों में लोकतंत्र की सर्वोच्च परंपराओं का पालन किया जाए।’ उपराष्ट्रपति चुनाव पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, ‘इंडिया गठबंधन एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा। हमने अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने का अनुरोध किया है। इंडिया ब्लॉक और विपक्षी दल एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के खिलाफ वोट करेंगे।’

इधर NDA के समर्थन में टीडीपी सांसद लावू श्रीकृष्ण देवरायलु ने कहा, ‘मुख्य रणनीति यह है कि हम सभी 18 सांसद, पहले घंटे के भीतर ही अपना मतदान पूरा करना चाहते हैं। हर कोई इसके लिए तैयार है… जल्दी पहुंचें और जल्दी मतदान करें… मुझे न केवल इस बात का विश्वास है कि हमारा एनडीए उम्मीदवार जीतेगा, बल्कि मुझे यह भी विश्वास है कि उसे इस चुनाव में 80-100 से ज्यादा बहुमत मिलेगा। बीच में जो पार्टियां हैं, उनमें से निश्चित रूप से क्रॉस-वोटिंग होगी; वे हमारे लिए वोट करेंगी। साथ ही, कुछ विपक्षी सांसद भी हमारे लिए वोट करेंगे।’ कांग्रेस सांसद शशि थरूर, गृह मंत्री अमित शाह, नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी समेत कई दिग्गज नेता उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना वोट डालने के लिए संसद भवन पहुंचे है।