उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली और हर्षिल क्षेत्रों में आई आपदा के बाद राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया गया है। उत्तरकाशी बादल फटने की घटना के बाद सेना, वायुसेना, NDRF और ITBP की टीमें संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रही हैं।
मध्य कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने जानकारी दी कि हादसे के महज 15 मिनट के भीतर हर्षिल में सेना की पैदल सेना बटालियन मौके पर पहुंच गई थी। घटना में कुछ सैन्यकर्मी खुद भी प्रभावित हुए, लेकिन इसके बावजूद राहत कार्य बिना रुके जारी हैं। आगरा से विशेष बलों को AN-32 और C-295 विमानों के जरिए घटनास्थल पर भेजा गया है। साथ ही, इंजीनियर टास्क फोर्स और संचार उपकरणों से लैस जवानों को भी तैनात किया गया है।
फंसे हुए लोगों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है। सेना ने सैटेलाइट फोन से संचार बहाल किया है और देहरादून व जोशीमठ में संयुक्त नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं। सेना के सिग्नलर्स, इंजीनियर और मेडिकल टीमें घायलों को निकालकर प्राथमिक चिकित्सा दे रही हैं।
5 अगस्त को धराली गांव के पास बादल फटने से खीरगंगा नदी में उफान आया और मलबे के साथ पानी ने भारी तबाही मचाई। अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 70 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। अभी भी 50 से ज्यादा लोग लापता हैं, जिनमें एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) और 8 जवान भी शामिल हैं।
