नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50% टैरिफ लगाए जाने के फैसले ने वैश्विक राजनीति और व्यापारिक समीकरणों में हलचल मचा दी है। इस कदम की दुनियाभर में आलोचना हो रही है। इसी बीच ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री विलियम हेग का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने भारत की स्वतंत्र नीति और वैश्विक स्थिति पर जोर दिया है।
विलियम हेग ने क्या कहा?
एक मीडिया पॉडकास्ट में हेग ने कहा, “भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र और सभ्यता है, जिस पर उसे गर्व है। सभी देशों को यह समझना होगा कि अगर आप भारत पर टैरिफ लगाएंगे, तो वह पीछे नहीं हटेगा, बल्कि अन्य देशों के साथ काम करना शुरू कर देगा।”
हेग ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत हमेशा अपने राष्ट्रीय हितों को सर्वोपरि रखता है और किसी भी एकतरफा फैसले से अपनी राह नहीं बदलता। उन्होंने पाकिस्तान पर अमेरिका की नीतियों को लेकर भी चेतावनी दी और कहा कि “भारत इस तरह का व्यवहार कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।”
ट्रंप के टैरिफ का असर
अमेरिका द्वारा लगाए गए इस 50% टैरिफ को रूस से भारत की तेल और हथियार खरीद के संदर्भ में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से भारत के 48 बिलियन डॉलर के निर्यात पर असर पड़ सकता है और यह वैश्विक व्यापारिक संबंधों को और जटिल बना देगा।
अमेरिकी अधिकारियों की टिप्पणी
अमेरिकी राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक केविन हैसेट ने भी स्वीकार किया था कि भारत के साथ चल रही वार्ता “जटिल” है। उनका कहना था कि भारत अमेरिकी उत्पादों के लिए अपने बाजार खोलने में “अड़ियल” रवैया अपनाता है। उन्होंने साफ किया कि इस जटिलता का एक प्रमुख कारण रूस पर लगाया जा रहा दबाव है, जिसे अमेरिका शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अहम मानता है।
