UPI Transaction: अगर आप भी अक्सर शॉपिंग करके यूपीआई (UPI) से पेमेंट करते हैं तो यह खबर आपके काम की है. जी हां, नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन (NPCI) की तरफ से यूपीआई के जरिये पेमेंड का मोड बदलने की तैयारी चल रही है. यह लागू हुआ तो यूपीआई से पेमेंट करने का पूरा तरीका बदल जाएगा. एनपीसीआई (NPCI) यूपीआई पेमेंट के लिए बायोमेट्रिक अथेंटीकेशन शुरू करने को लेकर कई स्टार्टअप्स के साथ पार्टनरशिप पर बातचीत कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार इस सिस्टम के जरिये यूजर अपने एंड्रायड फोन पर फिंगरप्रिंट और आईफोन पर फेस आईडी का यूज करके यूपीआई पेमेंट पूरा कर सकेगा.
एनपीसीआई (NPCI) की तरफ से नया सिस्टम लागू किया गया तो इससे मौजूदा चार या छह अंक वाले यूपीआई पिन का सिस्टम रिप्लेस हो जाएगा. यह कदम यूजर को ज्यादा सेफ्टी मुहैया कराने के मकसद से शुरू करने का प्लान है. यह डेवलपमेंट भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से डिजिटल लेन-देन में अतिरिक्त पहचान सत्यापन (AFA) के लिए वैकल्पिक तरीकों का प्रस्ताव करने के एक हफ्ते बाद आया है. आरबीआई ने पिन और पासवर्ड से अलग अंगुलियों के निशान जैसे बायोमेट्रिक्स समेत अन्य विकल्प तलाशने का सुझाव दिया था.
रिपोर्ट के अनुसार एनपीसीआई (NPCI) स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी के वित्तीय और कानूनी पहलुओं पर फोकस कर रहा है. इसको लेकर बातचीत बन जाती है तो शुरुआत में पिन और बायोमेट्रिक दोनों अथेंटीकेशन सिस्टम बने रहने की संभावना है. इससे यूजर्स को ट्रांजेक्शन के अथेंटीकेशन के लिए कई ऑप्शन मिलेंगे.
बायोमेट्रिक अथेंटीकेशन की तरफ बढ़ना फाइनेंशियल फ्रॉड से निपटने के लिए ज्यादा सेफ सत्यापन विधियों के लिए आरबीआई की प्राथमिकता के हिसाब से है. स्मार्टफोन में बिल्ट-इन बायोमेट्रिक कैपेबिलिटी का फायदा उठाकर एनपीसीआई (NPCI) का लक्ष्य यूपीआई लेनदेन को ज्यादा सुरक्षित करना है.
फिलहाल यूपीआई दो तरह से आपकी पहचान की पुष्टि करता है. पहला तरीका है आपके मोबाइल पर यूपीआई शुरू करते समय एसएमएस के माध्मय से आपके फोन की पहचान करना. दूसरा तरीका यूपीआई पिन के जरिये है, जिसे आपको पेमेंट की पुष्टि के लिए दर्ज करना होता है. हालांकि, इस बदलाव को लागू करने की तारीख अभी किसी तरह का फैसला नहीं हुआ है. लेकिन अगर इसे लागू किया गया तो लोगों के लिए पेमेंट करना ज्यादा आसान हो जाएगा और यह पहले से ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा.