UP के इस गांव में मचा कोहराम, अचानक गिरने लगे लोग, 50 से अधिक हुए बीमार, मचा हड़कंप

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अमरोहा: अमरोहा के डिडौली गांव में पुण्यतिथि कार्यक्रम में गाजर का हलवा खाने से 50 से अधिक लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। इसमें महिलाएं और बच्चों की संख्या अधिक है। हलवा खाते ही एक के बाद एक लोगों की तबीयत बिगड़ती चली गई। उल्टी, पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत के बाद लोग बेहोशी की हालत में गिरने लगे। तुरंत ही बीमार लोगों को अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मौके पर पहुंची खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मावा, खोया, पनीर, छेना समेत पांच पकवानों के सैंपल लिए। इसके अलावा जिस दुकान से मावा खरीदा गया था, वहां से भी सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए कुछ लोगों की सेहत में सुधार बताया जा रहा है, जबकि कुछ हालत गंभीर बनी हुई है। डिडौली गांव में सराफ कुलदीप गुप्ता का परिवार रहता है। गुरुवार को उनके दिवंगत पिता विनेश गुप्ता की पहली पुण्यतिथि थी।

खाने पर रिश्तेदार, परिचित और ग्रामीणों को बुलाया गया था। दोपहर में लोगों ने खाना खाया। इसके कुछ देर बाद गाजर का हलवा खाने वाले महिला और बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी। अचानक उन्हें उल्टी, पेट दर्द और चक्कर आने लगे। एक के बाद एक बड़ी संख्या में लोगों को बीमार होता देख पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल लोगों के होश उड़ गए। तुरंत ही बीमार लोगों को आसपास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

डॉक्टरों ने लोगों को फूड प्वाइजनिंग होने की बात कही है। दावा किया जा रहा है कि गाजर का हलवा नकली दूध और नकली मावे से तैयार किया गया था। जिसे खाने के बाद लोगों को फूड प्वाइजनिंग हुई है। बड़ी संख्या में लोगों के बीमार होने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।

डीएम निधि गुप्ता वत्स के निर्देश पर सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विनय कुमार अग्रवाल, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हरेंद्र सिंह, खाद्य सुरक्षा अधिकारी कुलदीप कुमार दीक्षित मौके पर पहुंचे और यहां से मावा, खोया, पनीर, छेना और गाजर के हलवे का सैंपल लिया। इसके बाद टीम उसी दुकान पर पहुंची जहां से मावा खरीदा गया था। टीम ने यहां से भी मावे का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। सराफ कुलदीप गुप्ता ने बताया कि ज्यादातर बीमार लोग उनके परिवार और गांव के हैं।