उत्तर प्रदेश के कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा की तफ्तीश तेज हो गई है और यूपी एटीएस (UP ATS) ने आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है. एटीएस जांच में कानपुर पुलिस की सहयोग कर रही है. टीम ने बुधवार को कानपुर शहर के साथ ही फतेहपुर और उन्नाव में छापा मारा.
कानपुर हिंसा पर देवबंदी उलेमा के बिगड़े बोल
कानपुर के काजी के बाद देवबंद के उलेमा मुफ्ती असद कासमी (Ulama Mufti Asad Qasmi) ने कानपुर हिंसा को लेकर विवादित बयान दिया है और आरोपियों को बेगुनाह बता दिया है. देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि वो कानपुर शहर काजी के बयान से पूरी तरह सहमत हैं. उन्होंने कहा कि कानपुर हिंसा में एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए और बेगुनाहों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जानी चाहिए.
एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए: मुफ्ती असद कासमी
देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा, ‘कानपुर के शहर काजी का जो बयान आया है, मैं उस से पूरी तरह सहमत हूं. प्रशासन और सरकार से भी यह कहना चाहता हूं कि एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. जो लोग भी फसाद फैला रहे हैं, वह चाहे किसी भी धर्म के हों उनलोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. किसी भी बेगुनाह के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होनी चाहिए.’
कानपुर के शहर काजी ने कही थी ये बात
इससे पहले कानपुर के शहर काजी ने कहा था कि एक तरा कार्रवाई हो रही है. 90-95 फीसदी मुसलमानों की गिरफ्तारी हो रही है. पुलिस गलत लोगों को पकड़ रही है. बुलडोजर चला तो फिर सिर पर कफन बांधकर लोग मैदान में निकल भी आएंगे. ज्यादा दिन इंतजार नहीं कर पाएंगे. ज्यादती और सब्र की इन्तहा हो रही है.
क्राइम सीन को रीक्रिएट करेगी एसआईटी
एटीएस के साथ ही एटीएस ने भी कानपुर हिंसा (Kanpur Violence) की तफ्तीश तेज कर दी है. पुलिस और एसआईटी (SIT) कानपुर के बेकनगंज में पत्थरबाजी वाली जगह पहुंचकर क्राइम सीन को रीक्रिएट करेगी.
