दिल्ली वेब डेस्क / दिल्ली में लॉक डाउन का पालन कड़ाई से किया जा रहा है | इस बीच दिल्ली पुलिस का एक अलग ही चेहरा लोगों के सामने आया है | लोगों की नज़रों में दिल्ली पुलिस का एक जवान हीरो जो बन गया है | वैसे तो दिल्ली का प्रत्येक जवान कोरोना संक्रमण के जोखिम भरे माहौल में अपना रोल बखूबी निभा रहा है | लेकिन कालका जी थाने के हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और हेड कांस्टेबल संजीव की कहानी कुछ और है| दोनों जवानों ने एक ऐसा सराहनीय काम किया है कि इनकी खूब तारीफ हो रही है |
दरअसल दिल्ली के कालकाजी इलाके में रहने वाले नरेश आहलूवालिया ने इन दोनों हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और संजीव को संपर्क कर अपने बेटे की शादी में शामिल होने की गुहार लगाई |नरेश आहलूवालिया ने इन्हे बताया कि उनके बेटे कौशल की शादी पास ही के आर्य समाज मंदिर में होनी हैं लेकिन लॉक डाउन का पास नहीं होने के कारण वो पहुंच नहीं पा रहे हैं |
हेड कांस्टेबल अनिल कुमार और हेड कांस्टेबल संजीव ने कालकाजी थाने के एसएचओ संदीप घई को ये सारी बात बताई. इसके बाद एसएचओ संदीप घई ने दूल्हे और उसके माता-पिता को मंदिर में ले जाने की अनुमति दी | मामला यही नहीं थमा, दोनों के प्रयास से पुलिस की जीप में दूल्हा और उसके माता पिता बैठ गए |
दोनों दूल्हे और उसके परिवार को लेकर पुलिसकर्मी आर्य समाज मंदिर में पहुंचे| वहां पर दुल्हन पूजा अपने पिता गोपी चंद के साथ इंतजार कर रही थी | आर्य समाज मंदिर में मौजूद आचार्य वीरेंद्र ने हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दोनों की शादी को संपन्न करवाया और वर-वधू को आशीर्वाद दिया | इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया |
शादी तो हो गई अब सवाल ये था कि दुल्हन की डोली कैसे उठेगी | इसके बाद फिर से वो पुलिस कीजीप ही काम आई जिसमें बैठकर दूल्हा शादी के लिए आया था | दूल्हा दुल्हन को पुलिस की जीप में परिवार के साथ बैठाया गया और दुल्हन के पिता ने लड़की की विदाई कर दी | राजधानी दिल्ली से ऐसी तमाम कहानियां सामने आ रही हैं जिसमें दिल्ली पुलिस हीरो साबित हो रही है | लड़का और लड़की दोनों के परिवार ने दिल्ली पुलिस का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया है | दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी इसे सोशल पुलिसिंग का नायब उदहारण बता रहे है |