केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रूस रवाना, तीन दिवसीय यात्रा पर रूस की विक्ट्री डे परेड में होंगे शामिल, चीन को भी न्यौता, जाने क्या है विक्ट्री डे परेड, पढ़े इस खबर को

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दिल्ली वेब डेस्क / केंद्र रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिवसीय दौरे पर रूस रवाना हो गए | वे यहाँ विक्ट्री डे परेड में शामिल होंगे | विक्ट्री डे परेड हर साल 9 मई को मनाई जाती है | लेकिन इस बार रूस भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आया | लिहाजा उसका विक्ट्री डे परेड का आयोजन करीब डेढ़ माह आगे खिसक गया |

बताया जाता है कि रूसी सेनाओं का सबसे बड़ा आयोजन होता है | इस साल कोरोना महामारी के कारण ये 24 जून को मनाया जा रहा है | दरअसल द्वितीय विश्वयुद्ध की 75वीं वर्षगांठ के तौर पर ये खास दिन मनाया जाता है | इस बार विक्ट्री डे परेड के 75 साल पूरा होने पर रूस ने भारत समेत कुछ अन्य देशों को इसमें शामिल होने का न्यौता भेजा है |

इसमें चीन भी शामिल है | भारत की ओर से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह हिस्सा ले रहे हैं |जानकार बताते है कि विक्ट्री डे रूस और स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल इसमें बाल्टिक और यूक्रेन को छोड़कर लगभग सभी सदस्य देशों का मुख्य मिलिट्री हॉलीडे परेड होता है | रूस की राजधानी मास्को और मुख्य राजधानी समेत तमाम शहरों में हर साल जोर शोर से मनाया जाता है |

यह दिन रूस सरकार का राष्ट्रिय पर्व के तौर पर मनाया जाता है | भारत की तीनों सेनाओं के 75 सदस्य पहले ही विक्ट्री परेड में हिस्सा लेने रूस पहुंच चुके हैं | इस परेड में रूस और अन्य सेनाओं के साथ भारतीय सेना के जवान भी हिस्सा लेंगे |

विजय दिवस परेड में हिस्सा लेने वाली टुकड़ी का नेतृत्व वीर सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट के ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी द्वारा किया जा रहा है |रूस में ये खास दिन 1945 में नाजी जर्मनी की राजधानियों की वर्षगांठ के तौर पर मनाते हैं | ये दिन द्वितीय विश्व युद्ध में रूस के मित्र देशों की जीत को चिह्नित करते हैं |

इसी दिन बर्लिन में विजयी सहयोगियों ने कैपिट्यूलेशन के जर्मन अधिनियम पर हस्ताक्षर किया था | इसके अलावा 9 मई, 1945 की मध्यरात्रि में यूरोप और अफ्रीका के उत्तरी भागों में द्वितीय विश्व युद्ध का आधिकारिक समापन हुआ |

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