रायपुर: छत्तीसगढ़ में सुर्ख़ियों में आये राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी ‘क्रेडा’ में भूपे राज के 75 से अधिक ठेकेदारों की छुटटी करने की तैयारी चर्चा में है। इन ठेकेदारों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए है। विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार टेण्डर प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया है। इसमें 206 से अधिक सिस्टम इंटीग्रेटर्स ने निविदा में भाग लिया है। विभाग के मुताबिक योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 400 से अधिक नये इकाइयों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया है। क्रेडा का दावा हैं कि नई नीति के तहत बस्तर, बालोद, रायगढ़ सहित आधा दर्जन जिलों में खराब प्रदर्शन एवं गुणवत्ताहीन कार्य करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ प्राप्त शिकायतों की जांच कर ली गई है, जल्द कार्यवाही की जाएगी।
क्रेडा के सीईओ के मुताबिक दागी ठेकेदार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार से संबद्ध थे। आरोपी ठेकेदारों ने पिछली सरकार में 3 करोड़ के एक काम में मात्र 50 लाख में पूर्ण कर बाकी राशि दबा ली थी। उन्होंने बताया कि ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है। CEO ने यह भी कहा कि पुराने और जमे हुए कई ठेकेदार सिंडिकेट बनाकर नए ठेकेदारों को या तो प्रवेश नही करने देते थे या फिर ग्रुप बनाकर उसे प्रतियोगिता से बाहर कर देते थे। इसलिए केंद्र और राज्य की विष्णु देव साय सरकार ने नई नीति बनाकर अब तक 400 से अधिक ईकाईयों को रोजगार के अवसर प्रदान किये है।
क्रेडा में सौर सुजला योजना के अंतर्गत बेहतर क्रियान्वयन हेतु “निविदा” में “प्रदर्शन की गुणवत्ता के आधार पर लक्ष्य आबंटन का खण्ड जोड़ा गया है। यह खण्ड भारत सरकार के सेंट्रल विजिलेंस कमीशन” के अनुसार शामिल किया गया है। इस गाइडलाइन के अनुसार क्रेडा के निविदा में विगत वर्षो से विभिन्न सोलर पंप स्थापनकर्ता इकाईयों को गुणवत्तापूर्ण कार्य प्रदर्शन करने वाले ईकाईयों को कार्य का आबंटन होगा। इससे राज्य के कृषकों/ हितग्राहियों को उच्च गुणवत्ता के सोलर पंप प्राप्त हो सकेंगे। इसके साथ ही गुणवत्तापूर्ण सेवा भी प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि इस नये क्लाज (खण्ड) से नये सिस्टम इंटीग्रेटर्स को ज्यादा मौके प्राप्त होंगे। यही कारण है कि इस बार 206 से अधिक सिस्टम इंटीग्रेटर्स निविदा में भाग लिये है जिससे राज्य के बेरोजगार युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त हो सकेगा।
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सौर सुजला योजना के इस नये खण्ड के जुड़ने से विगत कई सालों से खराब प्रदर्शन करने वाले ठेकेदारों की छुट्टी करने का फैसला लिया गया है। मौजूदा सरकार खराब प्रदर्शन एवं गुणवत्ताहीन कार्य करने वाले ठेकेदारों पर सख्ती बरतेगी। क्रेडा के सीईओ ने दावा किया कि खराब प्रदर्शन करने वाले, भ्रष्ट ठेकेदारों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। क्लोज डोर मीटिंग में कमीशनखोरी के नए पैमाने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए विभाग की ओर से 40 प्रतिशत कमीशन मांगने का ठेकेदारों का आरोप भी मनगढ़ंत और आधारहीन बताया गया है।