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गोमांस की सप्लाई करने वाली दो महिला पुलिस की हाथे चढ़ी, घर ही करती थीं गोकशी, सोशल मीडिया से मिलता था ऑर्डर

मुरादाबाद में गलशहीद पुलिस ने दो ऐसी महिलाओं को गिरफ्तार किया है जो गोकशी करके गोमांस का सप्लाई करती थीं। 25-25 हजार रुपए की इनामी सगी बहनें शातिर दिमाग हैं। पुलिस पूछताछ में उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया। बताया कि वह घर के अंदर गोकशी करने के बाद मॉस को बड़े फ्रिज में रख लेती थीं। इसके बाद ऑन डिमांड स्कूटी से शहर के अलग-अलग इलाकों में गोमांस को सप्लाई किया जाता था।

पुलिस की नजरों से बचने के लिए घर की महिलाएं ही गोमॉस को सप्लाई करने का काम करती थीं। वहीं दूसरी ओर फरार महिलाओं समेत पांच अन्य लोगों की तलाश में पुलिस की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही सभी को पकड़कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी।
एसओ गलशहीद लोकेंद्रपाल त्यागी ने सोमवार को सगी बहनों शूबी फरनाज पुत्री शमशाद पत्नी मोहम्मद इमरान व कैफी नूर पुत्री शमशाद निवासी डेहर मस्जिद वाली गली पक्का बाग थाना गलशहीद को गिरफ्तार किया था। दोनों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम एसएसपी बबलू कुमार द्वारा घोषित किया गया था। दोनों लंबे समय से घर के अंदर ही गोकशी कर रही थीं।

इस कार्य में दोनों का साथ भाभी-मां के अलावा परिवार के अन्य लोग निभा रहे थे। 15 मार्च को घर के अंदर से गाय कटी हुई मिली थी। पूछताछ में दोनों ने गोकशी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की थी। एसओ गलशहीद लोकेंद्र पाल त्यागी ने बताया कि पकड़ी गई दोनों सगी बहनों ने पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए।

कार किया कि इस काम को वह लंबे समय से कर रही थीं। गोमॉस को वह घर के अंदर बड़े फ्रिज में स्टोर करके रखती थीं। पुलिस की नजरों से बचने के लिए परिवार की महिलाएं ही स्कूटी के जरिए गोमॉस की सप्लाई ऑन डिमांड करती थीं। आमतौर पर पुलिस भी महिलाओं को चेकिंग के लिए नहीं रोकती है। एसओ ने बताया कि फरार शमीम बी पत्नी शमशाद, जिकरान पुत्र इस्लाम असालतपुरा, सलमान पुत्र वसीउररहमान निवासी भूसेरो वाली गली असालतपुरा, फरीद पुत्र नईमुद्दीन निवासी महक डेयरी के पास थाना गलशहीद, साईमा पत्नी तनवीर आलम उर्फ अनवर उर्फ तन्नु असालतपुरा की तलाश की जा रही है।

सोशल मीडिया के जरिये आते थे गोमांस के आर्डर
एसओ ने बताया कि पकड़ी गई 25-25 हजार रुपए की इनामी दोनों सगी बहनों ने बाकायदा सोशल मीडिया पर एकाउंट बना रखे थे। फेसबुक के अलावा व्हाट्सएप पर लगातार सक्रिय रहती थीं। कोड वर्डों के जरिए ही सोशल मीडिया पर गोमॉस के आर्डर आते थे। इसके बाद युवतियां ऑन डिमांड स्कूटी के जरिए गोमॉस की सप्लाई करती थीं। एसओ गलशहीद ने बताया कि गोकशी करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

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