रिपोर्टर – उपेंद्र डनसेना
रायगढ़ / रातों रात अमीर बनने के सपने लिए चार वाहन चालकों ने मिलकर पहले एक गैंग बनाया जो ट्रांसपोर्टरों की गाडिय़ों को रोककर लूटपाट करते हुए उनके सामान को बेचकर कमाई का जरिया बनाना आरोपियों को उस वक्त महंगा पड़ गया जब पहली ही लूटपाट की घटना में सफल होनें के बाद भी वो पुलिस के गिरफ्त में आ गए। ओडिशा के ट्रांसपोर्टरों के द्वारा बनाए गए इस गैंग के दो सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़े है और दो की तलाश जारी है। इन आरोपियों के पास से चलती ट्रक से लगभग चार लाख से रुपए से भी अधिक का 25 टन लूट कर फरार के मामले में 1 लाख 20 हजार रुपए नगद तथा लूट में प्रयुक्त की गई बोलेरो वाहन को भी जब्त किया गया है। रायगढ़ जिले में धरमजयगढ़ पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई में लूट की वारदात फिल्मी स्टाईल में करने वाले दोनों आरोपियों को पहली ही वारदात में पकडक़र इस गैंग को अन्य घटनाओं को करने से रोक लिया है।
इस संबंध में रायगढ़ पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार नवागढ़ अंबिकापुर में रहने वाले मो. अजहर खान द्वारा थाना धरमजयगढ़ अन्तर्गत उसकी ट्रक से 25 टन सरिया की लूट हो जाने की रिपोर्ट विगत 16 सितंबर को थाना धरमजयगढ़ में दर्ज कराया गया था। रिपोर्टकर्ता बताया कि इसकी ट्रक क्र. सीजी 15 एसी 1905 में ड्रायवर मो0 नवसाद अंसारी 12 सितंबर को अजय रोलिंग मील पूंजीपथरा से 25 टन सरिया (9,83,000 रूपये) लोड कर रात्रि करीब 08 बजे बिल लेकर अंबिकापुर जाने के लिये निकला था, ड्राइवर आग्रिम राशि 9000 रूपये अपने पास रखा था । रात करीब 11 बजे ट्रक मालिक मो. अजहर, ड्रायवर से संपर्क किया तो चालक कुछ मिनटो में धरमजयगढ पहुंच जाऊंगा बताया। उसके बाद ड्राइवर से संपर्क नहीं हुआ है। दूसरे दिन 13 सितंबर के रात्रि साढ़े 09 बजे ट्रक ड्रायवर मो0 नवसाद अंसारी दूसरे के मोबाईल से ट्रक मालिक (मो. अजहर) को बताया कि धरमजयगढ के आगे घाट चढ़ते समय एक बोलेरो गाडी आगे रास्ता में खडा कर तीन व्यक्ति उतरे और चेहरे पर नशीली स्प्रे मारे और हाथ, पैर बांधकर मुंह में टेप चिपका दिये फिर ट्रक में बिठाकर ले गए। रास्ते में कहीं ट्रक से सरिया उतारने का आभास हुआ था। आरोपीगण ट्रक को किसी गांव के बाहर झाडी के पास खड़ी कर भाग गये, जहां रात में ड्रायवर अपने मुंह से टेप निकाल पाया और एक अजनबी से पूछा कि कौन सा गांव है तो उसे बताया बसना सरायपाली है । उसके बाद मोबाइल पर ट्रक मालिक को घटना बताया। तब ट्रक मालिक मोहम्मद अजहर, ड्रायवर और ट्रक को लेकर आया और थाना धरमजयगढ़ में लूट की रिपोर्ट दर्ज कराया, रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध धारा 392 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
एसपी रायगढ़ संतोष कुमार सिंह, लॉकडाउन के बाद इस प्रकार की लूटपाट की आशंका जताते हुये सभी प्रभारियों को सचेत किये थे। एसपी रायगढ़ को जब लूटपाट की जानकारी मिली तो वे एसडीओपी धरमजयगढ़ के नेतृत्व में थाना धरमजयगढ़, तमनार, घरघोड़ा, लैलूंगा, सायबर स्टाफ की टीम बनाकर जल्द से जल्द मय माल आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये तथा एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा को दिगर राज्यों एवं सरहदी जिलों की पुलिस से तालमेल बनाकर विवेचना टीम को मार्गदर्शन करने निर्देशित किया गया। टी.आई. अंजना केरकेट्टा थाना धरमजयगढ़ का प्रभार लेने के बाद इस बड़ी लूट के मामले को चैलेंज के तौर पर ली। एसडीओपी धरमजयगढ़ सुशील कुमार नायक के दिशा निर्देशन पर उन्हें आरोपियों के तार बरगढ़ ओडिसा के ट्रांसपोर्टरों से जुड़े होने की जानकारी मिली। जिसके बाद टी.आई. अंजना केरकेट्टा टीम लेकर संदेहियों के ठिकाने बरगढ़ ओडिसा में दबिश दिया गया, इस दौरान 02 संदेही तेजवन्त सिंह उर्फ सोनू तथा पालविन्दर सिंह उर्फ पिन्टू को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। दोनों से पूछताछ करने पर दोनों ड्रायवरी के साथ 4-5 ट्रकों को अपने अंडर रखना बताये अपने दो अन्य ट्रांसपोटर साथियों के साथ लूटपाट करना स्वीकार किये।
आरोपीगण ने मेमोरेण्डम कथन में बताये कि 12 सितंबर को चारों लूट के इरादे से तेजवंत सिंह की बुलेरो ओडी 17 एस 0149 में रायगढ़ आए थे। पूंजीपथरा के आसपास घूमे एक ढाबा में बैठे थे। उसी समय ट्रक क्रमांक सीजी 15 एसी 1905 ढाबे के पास खड़ी थी जिसमें सरिया लोड़ था, ट्रक में हेल्पर नहीं था ड्राइवर अकेला था। उसी ट्रक का सरिया लूट करने का प्लान बनाएं और रात करीब 10 बजे जब नो एंट्री खुली और ट्रक निकला तो ट्रक के पीछे-पीछे जाने लगे। ट्रक जब धर्मजयगढ़ के चढान में पहुंची तब सुनसान का फायदा उठाकर तेजवन्त सिंह उर्फ सोनू, पालविन्दर सिंह उर्फ पिन्टू और इनका एक साथी ट्रक में चढ़े और एक साथी बोलेरो में था। तीनों ट्रक ड्राइवर को बंधक बनाकर उसके मुंह में पेट चिपका कर ट्रक को उड़ीसा बरगढ़ ले गए। पीछे-पीछे बोलेरो थी। बरगढ़ में पहुंचने के बाद पिंटू और सोनू के दोनों साथी ट्रक में लोड सरिया को सोहेला रोड में कहीं खाली कराए और फिर सभी खाली ट्रक को ड्रायवर के साथ बसना महासमुंद के पास ले जाकर छोड़ दिए।
ट्रक ड्राइवर से लूटे मोबाइल को तेजवन्त सिंह उर्फ सोनू अपने पास रखा था, जिसका सिम फेंक दिया और उस मोबाइल को अपने एक परिचित को चलाने दे दिया जिसमें वह अपना सिम डाल कर चला रहा था। सरिया को बेचने के बाद सोनू और पिंटू को 2-2 लाख रूपये मिले थे जिसमें खर्च के बाद इनके पास बचे 1,20,000 नगद तथा लूट में प्रयुक्त बोलेरो वाहन को जप्त किया गया है। इनके दोनों साथी फरार हैं जिनके पकड़े जाने के बाद लूट की सरिया कहां बेचे इसका खुलासा हो पाएगा, गिरफ्तार आरोपी पलविंदर सिंह उर्फ पिंटू पिता लखविंदर सिंह उम्र 30 वर्ष निवासी कपिलेश्वर नगर वार्ड क्रमांक 16 थाना व जिला बरगढ़, उड़ीसा ,तेजवंत सिंह उर्फ सोनू पिता जोगा सिंह उम्र 33 वर्ष निवासी मकान नंबर-204 फूलोदेवी कॉलोनी हल्दीपाली चौक बरगढ़ जिला उड़ीसा को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है। इनके दोनों फरार साथियों की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। आरोपियों की पतासाजी गिरफ्तारी में थाना धर्मजयगढ़ के उप निरीक्षक प्रवीण मिंज, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी केवर्त, आरक्षक राजेंद्र राठिया, राजेश गुप्ता, धनेश्वर उराव की सक्रिय भूमिका रही है
