
रायपुर में अय्याशी का अड्डा बन गई है एयरपोर्ट रोड | राज्य का कोई भी प्रशासनिक या पुलिस का अफसर इस मार्ग पर बेधड़क चलने वाले अय्याशी के अड्डों का रात के किसी भी पहर जायजा ले सकता है | यहां खुल्लेआम डांस बार , ड्रग्स , गांजा , हुक्का और नशे के कई नुस्खों और जाम अपनाते ग्राहकों को देख सकते है | बगैर लाइसेंस शराब का बड़ा कारोबार सुनियोजित रूप से इस मार्ग पर संचालित किया जा रहा है | पब , बार और रेस्टॉरेंट संचालक सरेआम दावा कर रहे है कि अवैधानिक कारोबार का लाइसेंस उन्हें पुलिस और आबकारी विभाग से मिला है | इसके लिए वो बकायदा मोटी रकम अदा करते है | दिलचस्प बात यह है कि नशे का खुला कारोबार वीआईपी रोड स्थित पुलिस ट्रेनिंग संसथान के सामने तक चल रहा है | अवैध कारोबारियों और पुलिस- आबकारी विभाग की जुगलबंदी भी देखने लायक है | रातभर चलने वाले रेस्टॉरेंट के इर्द-गिर्द पुलिस के गश्ती दल के अलावा पेट्रोलिंग पार्टी के वाहन भी खड़े नजर आते है | ऐसे में साफ़ है कि तेजी से फल-फूल रहे अवैध कारोबार को अंजाम तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार अफसरों की भागीदारी भी सुनिश्चित है | जिम्मेदार अफसर इस तथ्य से बेखबर है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ही नहीं बल्कि उनके नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का चाल,चलन , चेहरा , मोहरा और साख सब कुछ राजधानी रायपुर की कानून व्यवस्था और कायदे कानूनों के पालन पर निर्भर है | राजधानी रायपुर में खुल्लेआम चलने वाली अवैधानिक गतिविधियों को देखकर कोई भी नागरिक सहज अंदाजा लगा सकता है कि प्रदेश में किस तरह का वातावरण निर्मित हो रहा है | पुलिस और प्रशासन की कसावट से सरकार की छवि ना केवल निर्मित होती है , बल्कि निखरती भी है |

रायपुर शहर में नए साल के जश्न की खुमारी अभी से चढ़ने लगी है | अवैध रूप से संचालित अय्याशी के अड्डों में भरपूर मात्रा में नशे की सुनियोजित आपूर्ति का बंदोबस्त भी शुरू हो गया है | ज्यादातर अड्डों में नए साल के जश्न पास बेचे जा रहे है | कई अड्डों ने अपने बचाव के लिए एक मात्र दिन के लिए आबकरी विभाग से लिक्कर लाइसेंस की मांग की है ताकि औपचारिकता पूर्ण कर ग्राहकों को टेंसन फ्री शराब पिलाई जा सके | बताया जाता है कि नए साल के जश्न के लिए पार्टी पास बेचने का गोरखधंधा आबकारी विभाग के संरक्षण में संचालित हो रहा है | अय्याशी के कई अड्डों ने समाज सेवा और वेलफेयर फंड इक्कठा करने के नाम पर जश्न की दुकान सजाई है | सूत्रों के मुताबिक इस कारोबार में सहभागी बनकर आबकारी विभाग के कई अफसर भी अपना उल्लू सीधा करने में जुटे है | ऐसे अफसरों की कार्यप्रणली सवालों के घेरे में है , जिनके कंधों पर अवैध रूप से संचालित डांस बार और नशे के ठिकानों पर लगाम लगाने की जवाबदारी है |

एयरपोर्ट जाने वाले अय्याशी मार्ग पर खुले नशे के ठिकाने रातभर संचालित हो रहे है | जबकि नियमानुसार रात 10-11 बजे तक रेस्टॉरेंट और होटलों को बंद करने के निर्देश है | इस मार्ग पर आवाजाही करने वाले नागरिक राजधानी रायपुर में पदस्थ पुलिस और आबकारी विभाग के वरिष्ठ अफसरों की कार्यप्रणाली से हैरत में है | वो उस नियम की खोजबीन में जुटे है , जिसमें रातभर नशे के कारोबार को संचालित करने के दिशा निर्देश दिए गए है | बताया जा रहा है कि अय्याशी मार्ग पर स्थित कई नामचीन होटलों में नशे के कारोबार के अलावा केसिनों जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई है | होटलों के कमरों में सूरा और सुंदरी के इंतजाम के साथ जुआं खिलाने का खुशनुमा माहौल उपलब्ध कराया गया है | सूत्र बता रहे है कि सूरा सुंदरी और जुआं खिलाने की सुविधा उपलब्ध कराने से होटल कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी प्रगति कर रहा है | यह देखना गौरतलब होगा कि सिर्फ अय्याशी मार्ग ही नहीं बल्कि राजधानी रायपुर के अवैध गतिविधियों के ठिकानों पर पुलिस और आबकारी विभाग की नजरे किस अंदाज में इनायत होगी | फ़िलहाल नए साल के जश्न के लिए अय्याशी के ठिकानों में ग्राहकों का तांता लगा हुआ है | ग्राहकों की भरमार के चलते राजधानी रायपुर की पुलिस-प्रशासनिक व्यवस्था भी चरमराती नजर आ रही है |