
नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर कड़ा हमला बोलते हुए 25% टैरिफ और रूस से हथियार व कच्चा तेल खरीदने पर अतिरिक्त जुर्माना लगाने की घोषणा की है। ट्रम्प ने अपनी सोशल मीडिया साइट ‘ट्रुथ सोशल’ पर भारत को “बहुत बड़ा दुरुपयोगकर्ता” बताया और कहा कि भारत दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ वसूलने वाला देश है।
ट्रम्प की टैरिफ नीति: भारत निशाने पर
ट्रम्प का कहना है कि भारत अमेरिकी वस्तुओं पर औसतन 17% टैरिफ लगाता है, जो अनुचित है। अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद से ही ट्रम्प ने रेसिप्रोकल टैरिफ (पारस्परिक शुल्क) की नीति अपनाई है – या तो साझेदार देश टैरिफ कम करें या अमेरिका अधिक राजस्व कमाए।
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता: उम्मीदें टूटी
जनवरी में दिल्ली में व्यापारिक अधिकारियों की बैठक और फिर फरवरी में पीएम नरेंद्र मोदी और ट्रम्प की मुलाकात के बाद दोनों देशों ने 2030 तक 500 अरब डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य तय किया था। भारत ने कुछ उत्पादों पर शुल्क में राहत दी, लेकिन टैरिफ समझौते से उन्हें जोड़ने से इनकार कर दिया।
अमेरिका का दोहरा रुख: अदालत में मामला
ट्रम्प ने अप्रैल में ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ लागू करने की कोशिश की थी, लेकिन अमेरिकी व्यापार अदालत ने उसे अवैध ठहराया। हालांकि, उच्च अदालत में यह मामला अभी लंबित है। भारत ने जवाबी कार्रवाई नहीं की, बल्कि मई में ऑटो पार्ट्स पर “जीरो फॉर जीरो” प्रस्ताव रखा।
डेयरी और कृषि पर अड़चन
जून में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका गए लेकिन डेयरी और कृषि मामलों पर रुख सख्त रहा। ट्रम्प ने 30 जुलाई को स्पष्ट कर दिया कि 1 अगस्त से भारत पर 26% टैरिफ लागू होगा, जिससे द्विपक्षीय व्यापार को बड़ा झटका लगा है।