बेरोजगारी से परेशान होकर युवको ने खोला अपना बैंक नाम रखा ‘स्टेट बैंक आफ इंडिया’ फर्जी बैंक में असली बैंक की तर्ज पर पासबुक चैकबुक और अन्य दस्तावेज, नकली बैंक कर्मी भी असली से ज्यादा चुस्त चालाक, संदेहस्पद  गतिविधियो से ग्राहको को हुआ शक, फिर बैंक पहुंची पुलिस की आंखे रह गई फटी की फटी

0
7

कडलोर वेब डेस्क। आमतौर पर बेरोजगार युवक रोजगार की तलाश में घुमते है। कई स्वरोजगार की तरफ प्रेरित होते है। कुछ ऐसे भी होते है जो आत्मनिर्भर बनने के चक्कर में अपराध की दुनिया में कदम रखते है। यह मामला कुछ ऐसा ही है। रोजगार की तलाश में जुटे कुछ युवको ने भारतीय स्टेेट बैंक के नाम पर बैंक की एक शाखा खोल ली। असली बैंक की तर्ज में यहां सुविधाएं जुटाई गयी। इस बैंक में ग्राहक भी आने लगें। लेकिन बैंक की गतिविधियां और कर्मियो का व्यवहार देखकर उन्हे हैरत हुई। ग्राहको ने इस बैंक की शाखा को लेकर असली बैंक कर्मियो से पुछताछ की। जब उन्हे हकीकत पता पड़ी तो फौरन वे थाने पहुचे। इस बैंक में पहुचने के बाद पुलिस भी हैरत में पड़ गयी।

बताया जा रहा है कि इस बैंक मेें भारतीय स्टेट बैंक जैसे लॉकर से लेकर चेकबुक तक सुविधा दी जा रही थी। इस मामले मेें पुलिस ने एक पूर्व बैेंक कर्मचारी के 19 साल के बेटे सहित 3 लोगों को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस को इस मामले में काई नुकसान नही मिली है। तमिलनाडु के कडलोर जिले के पनरुत्ती में SBI की दो शाखांए थी। जिसमें बैंक मेनेजर को तीसरे बैंक की खबर मिली। तभी असली ब्रांच मैनेजर उस ब्रांच शाखा में पहुंच गये और जब वहां सेटअप देखे तो उनकी रूह काप उठी क्योकि यह पूरी तरह स्टेट बैंक की तरह ही बनाई गई थी। एसबीआई के पूर्व कर्मचारी के बेटे कमल बाबू ने फर्जी बैंक को कंप्यूटर, लॉकर, फर्जी कागज और अन्य चीजें रखकर इसे SBI बैंक जैसा बनाया था। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करके अब इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 473, 469, 484 और 109 के तहत केस दर्ज किया है। 
बताया जा रहा है कि एसबीआई के एक ग्राहक ने इस ब्रांच के बारे में नॉर्थ बाजार ब्रांच में पूछताछ की। एक ग्राहक ने इस फर्जी ब्रांच में मिली पर्ची नॉर्थ बाजार ब्रांच के मैनेजर को दिखाई तो उनका दिमाग सन्न रह गया। जब वे फर्जी ब्रांच पहुंचे तो हैरान रह गए क्योंकि इस फर्जी बैंक में भी सबकुछ असली जैसा था।

 बताया जा रहा है कि कमल के पिता पहले बैंक के कर्मचारी थे। लगातार बैंक आने-जाने के कारण कमल को बैंक के कामकाज के बारे में काफी हद तक जानकारी थी। कुछ साल पहले ही उसके पिता की मौत हुई और मां रिटायर हुईं। पिता की मौत के बाद उसने नौकरी के लिए अप्लाई किया। नौकरी मिलने में देरी हुई तो उसने अपनी ही ब्रांच खोल ली। अभी तक नहीं मिला था कोई ग्राहकआरोपियों ने तीन महीने पहले ही SBI की फर्जी बैंक शाखा खोली थी। राहत की बात यह है कि अभी तक इसमें नए खाते नहीं खुल पाए थे। इससे पैसों का लेनदेन नहीं हो सका है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। नकली SBI शाखा तमिलनाडु के कुड्डालोर जिले के पन्रुति में खोली गई थी। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, तीनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 473, 469, 484 और 109 के तहत मामला दर्ज किया गया है।