दीपावली के फटाकों की आढ़ में ट्रिपल मर्डर, पटाखों में दबी फायर की आवाज, 3 गोली और 3 मौत, पूरी फैमिली को खत्म कर नौ दो ग्यारह हुए कातिल, जाँच में जुटी पुलिस

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रतलाम / दीपावली के मौके पर इन दिनों चारों ओर फटाकों का शोरगुल सुनाई देता है | इसका फायदा उठाते हुए कातिलों ने एक परिवार का खात्मा कर दिया | हत्यारों ने तीन गोलियां दागी, जो निशाने पर लगी | नतीजतन 3 मौत | लोगों को फायर की आवाज का अहसास ही नहीं हुआ | आस पड़ोस के लोग फटाखों की आवाज समझकर स्वाभाविक रूप से अपना काम काज निपटाते रहे | काफी देर बाद पता पड़ा कि क़त्ल की वारदात को इस घर में अंजाम दिया गया है | घटना मध्य प्रदेश के रतलाम की है |

हालाँकि पुलिस ट्रिपल मर्डर की इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है | उसे अंदेशा है कि कातिलों ने किसी खास मकसद से इस हत्याकांड को अंजाम दिया है | पुलिस की जांच में यह माना जा रहा है ये हत्याएं लूट या चोरी की नीयत से नहीं की गई हैं, बल्कि हत्याकाण्ड कहीं न कहीं आपसी रंजिश के कारण प्रतीत होता है। कातिल ने गोली भी इतनी सटीक तरीके से मारी गई है कि एक गोली में एक शख्स की मौत हुई | मिस फायर नहीं हुआ | यही नहीं सीने में टारगेट कर गोली दागी गई | इससे पुलिस को लग रहा है कि हत्यारे प्रोफेशनल किलर हैं |

जानकारी के मुताबिक रतलाम के राजीव नगर में गोविन्द राम सोलंकी नामक शख्स की एक चार मंजिला इमारत है। इस भवन के ग्राउंड फ्लोर पर दो परिवार किराये से रहते हैं, जबकि एक दुकान बनी हुई है. यहां किराने की दुकान संचालित की जाती है | बीती रात को देवउठनी एकादशी होने की वजह से रात के वक्त पूरे शहर में पटाखे फोड़े जा रहे थे | चारों ओर पटाखों की आवाज गूंज रही थी। इसी दौरान अज्ञात शख्स इस घर में दाखिल हुए और उन्होंने तीन लोगों को गोली मार दी | पटाखों के शोर में रिवाल्वर के फायर की आवाज दब गई | लोगों को जरा भी अंदेशा नहीं हुआ कि इस घर में एक साथ 3 क़त्ल हुए है | बताया जाता है कि मकान मालिक गोविन्द राम घटना वाली रात अपनी इस दुकान को बन्द कर लगभग साढ़े नौ बजे घर लौटा था।

अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि कातिलों ने हत्या की इस वारदात को रात दस बजे के आसपास अंजाम दिया है | जानकारी के मुताबिक कातिल ने गोविन्द सोलंकी, उनकी पत्नी शारदा और बेटी दिव्या को गोली मारी | दिव्या नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। इस इमारत की पहली मंजिल पर गोविन्द अपने परिवार के साथ रहता था। तीसरी मंजिल पर भी दो परिवार किरायेदार थे जबकि चौथी मंजिल पर एक कमरा बना हुआ है। इतने लोगों की मौजूदगी के बावजूद कातिल ने बड़ी चालाकी से इस घटना को अंजाम दिया | 

सीन ऑफ़ क्राइम के मुताबिक जब पुलिस मौके पर पंहुची तब मृतक गोविन्द राम का शव दरवाजे के पास ही पड़ा मिला। शव के पास ही दूध की थैली और कुछ सामान भी पडा था। पुलिस को अंदेशा है कि हत्यारे ने घर में घुसते ही सबसे पहले दरवाजे पर ही गोविन्द सोलंकी को गोली मारी | जबकि उनकी पत्नी का शव पलंग पर पाया गया। गोविन्द राम और उनकी पत्नी को गोली मारने के बाद हत्यारे ने पिछले कमरे में दस्तक दी | जहाँ उसने दिव्या को शूट किया। दिव्या का शव कमरे के फर्श पर पड़ा मिला। वारदात की जानकारी घटना के दूसरे दिन सुबह करीब साढ़े आठ बजे के आसपास सामने आई |

दरअसल सुबह करीब साढ़े आठ बजे दिव्या की सहेली उसकी एक्टिवा गाड़ी की चाबी लेने दूसरी मंजिल पर गोविन्द सोलंकी के घर पंहुची थी। उसने दरवाजे पर लाश देखते ही शोरगुल मचाया | आसपास के लोगों ने तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी | पुलिस का अनुमान है कि हत्या की इस वारदात को कातिलों ने करीब 10 से 12 घंटे पहले अंजाम दिया होगा | दरसअल तीनों शव कड़े हो चुके थे। हालांकि पुलिस कई एंगल पर जांच कर रही है। सूत्र बता रहे है कि मृतक ने हाल ही में एक जमीन बेची थी | जिसके एवज में बीस लाख रुपये से अधिक रकम मिली थी. हालांकि इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हो पाई है। 

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