संसद के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को श्रद्धांजलि और नए संकल्पों के साथ हुई। राज्यसभा ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले और अहमदाबाद में एयर इंडिया हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सदस्यों ने एकजुट होकर उन परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की जो इस कठिन समय से गुजर रहे हैं।
सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कुल पांच नए सदस्यों ने संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली। असम गण परिषद के बीरेंद्र प्रसाद वैश्य और भाजपा के कणाद पुरकायस्थ ने राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की। इसके अलावा, तीन मनोनीत सदस्य – डॉ. मीनाक्षी जैन, सी. सदानंदन मास्टर और हर्षवर्धन श्रृंगला ने भी शपथ ली।
सभापति ने सी. सदानंदन मास्टर को साहस और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष का प्रतीक बताया। साल 1994 की राजनीतिक हिंसा में उन्होंने अपने दोनों पैर खो दिए थे, लेकिन इसके बावजूद शिक्षा और सामाजिक कार्यों में उनका योगदान निरंतर जारी रहा है।
हर्षवर्धन श्रृंगला को एक अनुभवी राजनयिक और रणनीतिक विचारक के रूप में जाना जाता है। वे भारत के विदेश सचिव और अमेरिका, बांग्लादेश, थाईलैंड जैसे देशों में भारत के राजदूत रह चुके हैं।
वहीं डॉ. मीनाक्षी जैन, एक प्रसिद्ध इतिहासकार और विदुषी हैं। शिक्षा, साहित्य और राजनीति विज्ञान में उनके शोध और लेखन ने अकादमिक जगत को समृद्ध किया है।
