शाहजहांपुर : लुधियाना से बिहार जा रही ट्रेन में सैकड़ो लोग शव के साथ दिन-रात सफर करते रहे | उन्हें आभास तक नहीं हुआ कि बगल की सीट पर लेटी महिला की सांसे उखड चुकी है | सफर के दौरान आम यात्रियों के अलावा इस महिला का पति भी अनजान रहा | उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि पत्नी के साथ घर जाने के लिए सफर के दौरान रास्ते में दोनों का साथ छूट जाएगा | पता ही नहीं चला की ट्रेन में पत्नी को कब हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई | करीब 500 किलोमीटर तक पति शव के साथ सफर करता रहा | वह जान ही नहीं पाया कि वो पत्नी की लाश के साथ अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहा है |

लुधियाना से बिहार जा रही एक्सप्रेस ट्रेन में पति अपनी पत्नी के शव के साथ लगभग 500 किलोमीटर तक सफर करते रहा | कुछ यात्रियों को जब शक हुआ तो उन्होंने सोई हुई महिला की सुध ली | बगल की सीट पर बैठे यात्रियों ने रेलवे पुलिस को ट्रेन में शव होने की सूचना दी | फिर आनन-फानन में उत्तर प्रदेश की शाहजहांपुर जीआरपी पुलिस ने पत्नी के शव के साथ सफर कर रहे पति को रेलवे स्टेशन पर उतार लिया | जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है |

बताया जाता है कि लुधियाना से बिहार जा रही मोरध्वज एक्सप्रेस ट्रेन से नवीन कुमार नाम का युवक अपनी पत्नी के साथ औरंगाबाद (बिहार) जा रहा था. रास्ते में ट्रेन पर ही उसकी पत्नी उर्मिला की हार्ट अटैक से मौत हो गई | इसकी भनक तक उसे नहीं लगी | करीब 500 किलोमीटर तक वह यह समझते रहा कि उसकी पत्नी गहरी नींद में सो रही है | कई घंटे गुजर जाने के बाद भी जब उसकी पत्नी नहीं उठी तो पास में बैठे यात्रियों को शक हुआ | उन्होंने उसे उसकी पत्नी को देखने के लिए कहा | इस दौरान उसने देखा कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है |