रायपुर / छत्तीसगढ़ में राजधानी रायपुर सहित बीजापुर और आस-पास के इलाकों में तेज बारिश का दौर जारी है। बारिश का सबसे ज्यादा असर बीजापुर में दिख रहा है, यहां नदी नालों में उफान आने के साथ कई गांवों में घरों में पानी भर गया है। वहीं इससे कुछ मकान भी गिर गए हैं। बीजापुर में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है। रायपुर में देर रात से बारिश का दौर जारी है।
बस्तर के बीजापुर में बाढ़ के हालात हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर तटीय उड़ीसा उससे लगा हुआ उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तथा गंगेटिक पश्चिम बंगाल के ऊपर स्थित है। इसके साथ ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रावाती घेरा 9.5 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, अजमेर, शिवपुरी, नौगांव, रीवा, डाल्टनगंज, पुरुलिया और उसके बाद निम्न दाब के क्षेत्र तक स्थित है। पूरब पश्चिम शियर जोन 19 डिग्री उत्तर में 5.8 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है।
छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट में हो रही बारिश का असर सामान्य जनजीवन पर भी पड़ा है। यहां के नदी-नाले उफान पर हैं। कमलेश्वरपुर से कुम्हरता जाने वाले मार्ग में पहाड़ का पानी बड़े-बड़े पत्थरों को लेकर सड़क पर आ गया है जिस कारण मार्ग में आवाजाही बंद हो चुकी है। कुम्हारता मैनपाट का दूरस्थ इलाका है।लगातार बारिश के कारण मार्ग के एक ओर पहाड़ी से मिट्टी, गिट्टी, पत्थर, झाड़ियां तेज बहाव में सड़क पर आ गई है, जिस कारण आवागमन बाधित हो गया है।
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया था। वहीं राजधानी रायपुर सहित कोंडागांव, बस्तर, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, महासमुंद, जांजगीर, कोरबा, रायगढ़, जशपुर और सरगुजा जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया था।