रायपुर | छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखित में जवाब दिया । उन्होंने बताया कि कि प्रदेश पर 53 हजार 523 करोड़ का कर्ज है | इस दौरान मुख्यमंत्री ने सदन में अनुपूरक बजट पेश किया । बजट पर चर्चा और आवश्यकता पड़ने पर मतदान के लिए कल का समय निर्धारित किया गया है । वहीं, प्रश्नकाल के खत्म होने के बाद सदन में बजट पर चर्चा की जाएगी ।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में धान और किसान का मुदृा
गरमाया हुआ है। इस मामले में बीजेपी ने स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग
की। विधानसभा अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष के सूचना को तथ्यात्मक मान कर
पढ़ा। जिसके बाद अध्यक्ष ने धान और किसान पर चर्चा शुरू करने के आदेश दिए।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि आज किसान इतना दुखी है कि जिसका बयां करना मुश्किल है । इस राज्य में ऐसी हालत कभी नहीं हुई, जैसी अभी हो रही है । आप माइक में दहाड़ कर बोल रहे हैं कि 2500 रुपए समर्थन मूल्य में धान खरीदेंगे । लेकिन यहां समस्या किसान नहीं समस्या कांग्रेस का घोषणा पत्र है । अपने गंगा जल लेकर कसम खाई थी कि प्रदेश में किसान की हालत खराब नहीं होगी । अब वादा निभाने का समय आ गया है । किसान का धान आज पानी के मोल बिक रहा है । हमारे कृषि मंत्री बैठे है बड़ी बड़ी बात करते हैं । धान खरीदना तो छोड़िए आप तो धान खरीदी की तारीख़ तक नही निश्चित कर पा रहे हैं । 1 नवंबर से 1 दिसंबर धान खरीदी की डेट बढ़ाने के पीछे बहुत बड़ी साजिश है । सीमावर्ती क्षेत्रों में नाकेबंदी न करके अपने जिलों में नाकेबंदी कर रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि किसानों को अभी तक गन्ना का भुगतान नहीं किया गया है । हम जब सरकार में थे तब भी उनके साथ थे आज विपक्ष में है तब भी उनके साथ है ।