रायपुर / आज श्रावण शुक्ल पंचमी की तिथि है , इसी दिन नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है | इस दिन एक खास दुर्लभ योग बन रहा है जो कालसर्प दोष निवारण के साथ साथ कई राशियों के लिए समृद्धि और कल्याण का पैगाम लेकर आया है | शास्त्रों में कहा गया है कि नागों की पूजा कर आध्यात्मिक शक्ति, सिद्धि और अपार धन की प्राप्ति की जा सकती है | रायपुर स्थित आनंद वाटिका के अलख निरंजन मंदिर के संरक्षक पंडित अनिल कुमार त्रिपाठी के मुताबिक इस बार नाग पंचमी के दिन कालसर्प दोष निवारण का दुर्लभ योग बन रहा है | उन्होंने बताया कि इस दिन पूजा करने से कालसर्प दोष से आसानी से छुटकारा मिल सकता है | त्रिपाठी के मुताबिक ये योग उत्तरा फाल्गुनी और हस्त नक्षत्र के प्रथम चरण में बन रहा है | यही नहीं इस योग के साथ परिगणित और शिव नामक योग भी बना है | इससे नागपंचमी बहुत शुभ हो गई है |
पंडित अनिल कुमार त्रिपाठी ने बताया कि शास्त्रों में नागों को पाताल का स्वामी कहा गया है | नाग पंचमी के दिन भगवान शिव के आभूषण कहे जाने वाले नागों की पूजा की जाती है | उन्होंने कहा कि नागपंचमी के दिन नागों की पूजा के साथ भगवान शिव और माता पार्वती की भी पूजा करें. तस्वीरों या मिट्टी के नाग-नागिन बनाकर आज के दिन उनकी दूध, धान, धान का लावा, दूर्वा, अक्षत, पान आदि से पूजा करें. इससे याचक को नागदेवता के साथ महादेव की भी कृपा प्राप्त होगी.उन्होंने बताया कि नागपंचमी के दिन नारियल पर नाग और नागिन का चांदी का जोड़ा बनाकर मौली से लपेटकर नदी में बहाएं. यदि घर में उपलब्ध हो तो काले अकीक की माला से राहु ग्रह के बीज मन्त्र का जाप 108 बार करें, इससे भी फायदा मिलेगा
कुंडली में कालसर्प दोष की चर्चा करते हुए पंडित त्रिपाठी ने बताया कि इससे व्यक्ति को जीवन में कई सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. उनके मुताबिक कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति के जीवन में विवाह में अड़चन, दांपत्य जीवन में कलह, शिक्षा में बाधा, रोग चोट से परेशान रहना, आर्थिक तंगी, नौकरी छूटना, संतान को कष्ट जैसी समस्याएं आती हैं| त्रिपाठी ने कहा कि जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष हैं उन्हें नागपंचमी के दिन व्रत रखना चाहिए और नाग देवता की पूजा जरूर करनी चाहिए.. उन्होंने आज के दिन उन लोगों को पूजा अर्चना की सलाह दी है , जिन्हे कालसर्प योग का दोष है | इससे मुक्ति पाने के लिए उन्होंने पूजा की साधारण विधि , दूध में मिश्री के दाने और भांग अथवा बेल पत्र और फूल डाल कर शिवलिंग पर अर्पित करने की सलाह दी है |
उनके मुताबिक ऐसा करने से इस दोष से प्रभावित जातक का क्रोध शांत होता है | उन्होंने बताया कि जिनकी कुंडली में कालसर्प दोष हो उन्हें आज से सावन माह के प्रत्येक सोमवार को शिवजी को चंदन तथा बेल पत्र और जल चढ़ाना चाहिए | इससे यह दोष समाप्त हो जाएगा | साथ ही उनकी राशि में राहु-केतु की स्थिति भी ठीक हो जाएगी | इसके लिए उन्होंने आज के दिन पड़ने वाली नाग पंचमी को विशेष बताया है |
ज्योतिषविद पंडित अनिल कुमार त्रिपाठी ने विभिन्न राशियों पर नाग पंचमी के प्रभाव की चर्चा करते हुए बताया कि सिंह, कन्या और धनु राशि वालों के लिए यह नाग पंचमी काफी शुभ रहने वाली है | सिंह- स्वास्थ्य में सुधार आएगा | आर्थिक समस्याएं दूर होंगी | घर में सुख शांति का योग है | मांगलिक कार्यों की सूचना मिलेगी | कोर्ट-कचहरी से जुड़ी समस्याएं भी दूर होंगी | कन्या- विवाह और प्रेम से जुड़ी समस्याों का समाधान होगा | व्यापार और नौकरी के नए रास्ते खुलेंगे | धन प्राप्ति और लाभ का योग भी बनेगा | धनु- आपसी संबंधों , और नाते रिश्तेदारों के बीच मधुरता बढ़ेगी | उद्योग और व्यापार में तरक्की के आसार है | दुश्मनों के विचारों में बड़ा रचनात्मक परिवर्तन देखने को मिल सकता है | धन प्राप्ति के आसार है |