नई दिल्ली / आज किसानों का देश व्यापी बंद परवान चढ़ रहा है | हालांकि बीजेपी शासित राज्यों में बंद बेअसर दिखाई दे रहा है | जबकि कांग्रेस और उसके साथी विपक्षी दलों वाले राज्यों में बंद जोर पकड़ने लगा है | उसका व्यापक असर अभी से दिखने लगा है | पौ फटते ही कई इलाकों में किसानों ने नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे जाम करने के लिए अपने कदम बढ़ाये | वही किसानों के कई संगठनों ने रेलवे स्टेशनों का रुख किया | हालांकि अब तक मिली खबर के मुताबिक किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरिके से जारी है | कही से भी किसी अप्रिय वारदात के खबर नहीं आई है |
केंद्र सरकार के कृषि बिल के खिलाफ लगभग दो दर्जन किसान संगठनों ने आज देशव्यापी बंद का एलान किया है | उधर केंद्र सरकार किसानों के साथ राय शुमारी में जुटी है | माना जा रहा है कि 9 दिसंबर को किसान संगठनों से होने वाली छटवे दौर की बैठक में कोई सर्वमान्य हल निकाल लिया जायेगा | सरकार ने किसानों से शांति बनाये रखने की अपील की है | केंद्र ने साफ कर दिया है कि कृषि बिल किसानों के हितों में है , वे किसी राजनैतिक दल की साजिशों से बचकर रहे | केंद्र ने किसानों से कहा है कि उनके हितों को ध्यान में रखते हुए जरूरत पड़ी तो सरकार संशोधन के लिए भी तैयार है |
राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी
किसानों के आज के ‘भारत बंद’ को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के लिए एडवाइजरी जारी की है। केंद्र ने राज्यों से अपने यहां सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखने की सलाह दी है। अपनी एडवाइजरी में गृह मंत्रालय ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कराने के लिए कहा है। सरकार ने कहा कि बंद के दौरान सोशल डिस्टैंसिंग सहित अन्य उपायों का पालन सख्ती से होना चाहिए।
किसान कोर कमेटी की 6 बड़ी बातें
1- बंद सुबह से पूरे दिन तक चलेगा. इस दौरान सभी बाजार, दुकान, सेवाएं और संस्थान बंद रहेंगे.
२. चक्का जाम दोपहर 3 बजे तक चलेगा.
3. इस दिन किसान दूध, सब्जी फल आदि कोई उत्पाद बाजार लेकर नहीं जाएंगे.
4. अस्पताल, एंबुलेंस और अन्य अनिवार्य सेवाओं को बंद से मुक्त रखा जाएगा. शादियों के सीजन को देखते हुए शादी से जुड़े सभी कामों को भी छूट दी जाएगी.
5. भारत बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा. इसमें किसी भी तरह की तोड़फोड़, हिंसा या जबरदस्ती का कोई स्थान नहीं है.
6. जो भी राजनीतिक दल भारत बंद का समर्थन करना चाहें, उन से निवेदन है कि वो अपना झंडा, बैनर छोड़कर किसानों का साथ दें.