छत्तीसगढ़ में आईटी-ईडी की रेड मैनेज करने दलालो ने डाला डेरा ,रायपुर-भोपाल के बारूद कारोबारियों के हाथो में दलालो की बागडोर

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रायपुर / भोपाल: रायपुर में आयकर ईडी समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों की मौजूदगी की खबर से माहौल गरमाया हुआ है।खबर है कि महादेव एप और एक पाकिस्तानी संस्था को जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने के अलावा अनुचित फंडिंग और हवाला कारोबारियों पर केंद्रिय एजेंसियों का शिकंजा लगातार कस रहा है।सूत्र बताते है कि इनमे से कुछ मामलों की सुध NIA ने भी ली है।लिहाजा आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे के आसार जाहिर किए जा रहे है।सोमवार को देर शाम केंद्रीय एजेंसियों कि हलचल की खबर से प्रशासनिक महकमे समेत कारोबारियों के गलियारों में काफी सतर्कता देखी गई।इस बीच एक कंट्रोल रूम भी सुर्खियों में रहा।

छत्तीसगढ़ में आईटी-ईडी की हालिया रेड और सर्वे को मैनेज करने का दावा कर कई दलालो ने राजधानी रायपुर में डेरा डाल लिया है | ये दलाल कुछ सीए के साथ मिलकर आईटी-ईडी की कार्यवाही को प्रभावित कर ब्लैक मनी के मामलो से कारोबारियों और अफसरों को पर्याप्त राहत दिलाने का भरोसा दिला रहे है | सफेदपोश दलालो के काले कारनामो से केंद्रीय जांच एजेंसियों के नाम पर नए गोरखधंधे का खुलासा हुआ है |

बताया जाता है कि रायपुर के घडी चौक और शास्त्री चौक के पास स्थित कमर्शियल काम्प्लेक्स में बाकायदा ऐसे दलालो के दफ्तरों में रेड मैनेज करने का कंट्रोल रूम बन गया है | यहाँ दिल्ली,भोपाल और रायपुर में कार्य कर चुके ऐसे रिटायर अफसरों का जमावड़ा लगा है, जो आईटी-ईडी में कार्य कर चुके है | ऐसे रिटायर अफसरों और कुछ सीए को इन दफ्तरों में चौबीसो घंटे तैनात किया गया है | बताया जाता है कि कई ऐसे कारोबारी और अफसर अपने सीए समेत यहां दस्तक दे रहे है ,जिनके ठिकानों पर हालिया रेड हुई थी |

जानकारी के मुताबिक कंट्रोल रूम में बेनामी संम्पति ठिकाने लगाने का पूरा पुख्ता बंदोबस्त किया गया है | इसके लिए कई ऐसे लोगो की कतार लगी हुई है ,जो टैक्स के दायरे में है उनके बुक और कंपनियों में बोगस लेन देन को जायज ठहराने के लिए माथापच्ची हो रही है | सूत्रों का दावा है कि रेड मैनेज करने का वादा कर केंद्रीय जांच एजेंसियो के नाम पर मोटी रकम उगाही जा रही है | सूत्रों का दावा है कि एक बारूद कारोबारी ने इस रेड को मैनेज करने का बीड़ा उठाया है |

यह भी बताया जा रहा है कि संबंधित बारूद कारोबारी के ठिकानों पर पूर्व में आयकर छापेमारी हो चुकी है | इस कारोबारी का दावा है कि रायपुर,भोपाल और दिल्ली के कई अफसर उसके संपर्क में है | हालाँकि दलालो के दावों में कितनी हकीकत और कितना फंसाना है,ये तो वही जाने | लेकिन केंद्रीय एजेंसियों की सक्रियता से प्रदेश में एक नए गोरखधंधे की शुरुआत हो गई है |

जानकारों के मुताबिक बारूद कारोबारी ब्लैक मनी को वाइट मनी में तब्दील करने के लिए राजनैतिक और प्रशासनिक गलियारों में भी काफी चर्चित है | सूत्रों पर भरोसा करें तो आईटी-ईडी की कार्यवाही के प्रभावित होने की गुंजाइश लगभग ना के बराबर है, फिर भी रेड मैनेज करने का दलालो का दावा एक नए घोटाले की ओर इशारा कर रहा है |